Book Title: Swopagnyashabda maharnavnyas Bruhannyasa Part 1
Author(s): Hemchandracharya, Lavanyasuri
Publisher: Jain Granth Prakashak Sabha

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Page 490
________________ १४८ तृतीयपरिशिष्टे--- Parmawwwmarwariwwwmummrainnarnawwarvinwirmwareneurs rrymunnnnnnn ३४ । क्षुद्र आ.लि. १३८ केयूर न. ४७ .२१ ३२ ३ ४४ .. क्षुरप्र पुं० शब्दः, लिङ्गम् , पृष्ठ-पती शब्दः, लिङ्गम् , पृष्ठ-पती शब्दः, लिङ्गम् , पृष्ठ-पङ्गी शब्दः, लिङ्गम् , पृष्ठ-पक्षी कृसर पुंस्त्री० ५६ ४२ | कोला स्त्री० ३० ३७ क्रूर न. । क्षीरप त्रिलिं. ८७ २ केका स्त्री. २७ २४. ..] ७५ ४७ कुर आ०लि ११ ४६ ५ क्षीरोद पुं० १२ १९ कोलाहल पुन केणिका स्त्री० १३ ६ कोड न० ८४ २ क्षीरोदतनया स्त्री० २१ २५ केतन पुंन. ६९ ३४ कोश पुंन० ७६ ५९ कोड पुं० ६६ क्षुत नं. केतन न. ८१ ७ कोश त्रिलि०८३ २३ कोड स्त्रीन० केतु पुं० कोश पुं० १४ ६ कोडाग्र पुं० केदर पुं० कोशातकी अज लिं०८८ २ क्रोध पुं क्षुद्घण्टा स्त्री० २८ २१ केदार पुन. ९ कोशातकी स्त्री० १९ कृमि स्त्री. ८४ ८ कोशिका स्त्री० २७ ३४ | क्लीतक न. केलि पुंस्त्री र ५८ ३३ कोष पुन ७ ३२ क्लीब पुनः क्षुध् स्त्री० २४ ५७ केली स्त्री. क्षुप पुं० क्लीब आ०लि. केवल त्रिलि. ९. १ कोष्ठ पु० ११ २५ कोम न० क्षुब्ध पुं० केवली स्त्री. ४५ कोष्ण न. ४९ ५५ कण पुं० क्षुमा स्त्री. केश न. ६१ कौक्षेयक पुं. कड पुंस्त्री. क्षुर पुं. केश पुं० कौजायन पुंस्त्री. क्वाथोद्भव न. केश पुं० कौतुक न० क्षण पुं. क्षुरिका स्त्री० २० १५ केसर पुन कौतूहल न० क्षण न. क्षणिका स्त्री. केसरी पुंन. १३ १६ .. ३६ १२क्षत न. | क्षेपणी स्त्री. केदार्य न० कोपीन न क्षेम त्रिलिं. १ ३६ कैरव न. ___४० ५६ | कौमुद पुं० क्षतज न. क्षेत्र न. ५. ७० क्षत्र पुन कैरात पुं० कौसुदी स्त्री. क्षत्रिय पुं० कैशिकी स्त्री० कौलीन न. क्षेत्रज्ञ पुं० क्षत्रियसभा स्त्री. कोकनद न. क्षेत्रिय न० कौशिक पुं० १ २८ क्षत्रिया स्त्री० कोटर धुन. क्षेत्रिय पुं० कौशिय आ०लि. ४१ १२)क्षम न. ३३ रियी स्त्री० कोटि स्त्री० १९ ३४ ६८ कौस्तुभ न. ५४ ६२क्षम त्रिलि. कौस्तुभ पुंन० क्षौद्र न. कोटिवर्षा श्री. २ ६९ क्षमा स्त्री० क्मरु पुं० कोटिश पुं० क्षय पुं. श्वेड न. कोटीश पुं० क्रकच पुंन० ६५ ११ क्षव पुं० ७६ | श्वेड पुं० २५ ५० कोह पुनः १३ ऋकर पुं. १३ ४२ क्षक्थु पुं० ६ ३ वेड त्रिलिं.) कोठ पुं०. कणि स्त्री० २३ ४ क्षार पु० ४ १५ श्वेड पुं० ११ कोण पुं० ३४ ऋतु पुं०. १३ २६ क्षारक पुंन०६३ ३३ क्ष्वेडा स्त्री. कोदण्ड पुन० ६६ ४२ क्रम पुं० ३५/ क्षिति स्त्री. ३० वेडित पुन कोदुम्बरिका बी० २० २७ क्रमण न. १४ | क्षिपका स्त्री० श्वेलित पुंन० कोद्रव पुं० २२ ऋयिका स्त्री. २४ ६७ क्षिपणि स्त्री० २३ ७ कोप पुं. ८ ४९ ऋव्य न. ३८ ४५ क्षिप्र न. ४८ कोरक पुन ऋव्यदा स्त्री. ४० कोल पु० ११ ५५ क्रिमि पुं. १८ ७२ क्षिया स्त्री० २४ ५ ४. १० कोल त्रिलि. ९. ७३ | क्रिया स्त्री. ५४ क्षीर पुंन० ६९ खकार पुं० ४ ३७ कोलक न. १२| क्रुध् स्त्री. २४ ४० क्षीर पुन ७३ २० खग पुं० १३ १० nomm4: क्षेत्रज्ञ आ०लिं० ११ ५८ ४८ २२ ७१ क्षौम पुंन० ३८ १८ १७ म २० २१ ५७ क्षिप्र आलिं.४५ ४३

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