Book Title: Swopagnyashabda maharnavnyas Bruhannyasa Part 1
Author(s): Hemchandracharya, Lavanyasuri
Publisher: Jain Granth Prakashak Sabha

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Page 498
________________ तृतीयपरिशिष्टे Romanwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwcornwwecowwwaunuwave द्रुम पुं० देह पुंन. दुमल न. ११ २३ दैतेय पुं०। दोला स्त्री० २४ १३ १० शब्दः, लिङ्गम् , पृष्ठ-पसी शब्दः, लिङ्गम्, पृष्ठ-पती शब्दः, लिङ्गम् , पृष्ठ-पती शब्दः, लिङ्गम्, पृष्ठ-पक्षी देवन पु. १६ ३३ दुषण पुं० - ३७ द्विपदिका स्त्री० २२ ६८ धन्वन् न० देवल पुं. १७ ३६ गुण न० ४१ २९ द्विपात्र न. २२ ४१. धन्वन् पुं० ८९ ३३ देवलोक पुं० ११ तुण त्रिलि. ६६ द्विभूम न. ४४ ७१ धमन त्रिलि. १९ ५१ द्रुत न० ४५ ४३ द्विभास न. २२ ४१ धमन पुं० देवी स्त्री. द्रुत आ.लि. ४६, द्विमुनि न. ४५ ३२ धमनि श्री. १२ ४९ द्वियूथ पुन १७ धमनी स्त्री० ३६ ४२ द्विरात्र पुंन. ३० धमनीधर पुं० देहयात्रा स्त्री. दुवय न. ५० ६२ द्विलक्ष न. १५ धर पुं० १२ ५९ देहली स्त्री दुहि पुं० १० ७२ द्विशत न० १४ धर पुंस्त्री. देही पुं० दू स्त्री. २२ द्विषून पुं. २९. धर्म नपुं० ४४ १५ द्रोण पुन ६७ ४ द्विसहस्र न. १५ धर्म पुंन० दैत्य पुं० द्रोण त्रिलि. धर्मकन्थ न. दैत्या स्त्री. २० ८८ ६९ विहायनता स्त्री० ४६ ७४ ४.द्वीप म० धर्मपाल पुं. देव पुंन. ३३ ५५ द्वीप पुं. धर्मिन् पुं. दैवत पुन ६७ ५३ द्रोणी स्त्री ३३ ५५ द्वीपिन पुंन० ० १३. धर्षण न. दोष पुंन० है द्रोहाट पुं० २ ४ द्वे न. द्वि० व. ८७ १५ धर्षणी स्त्री. ४३ ५३ द्वे स्त्री० द्वि० ० ८७ १६| धव० पुं दोडी अज०८ ४२ ३३ द्वैत न ३६ ५४ धवल आ०लि. १३ २ ४६ २२ धवल त्रिलि. १९ ५४ द्वय स्त्रीन. दोष पुं० ८२ ७४ वैहायन न० ४६ २३ धवल पुं० १२ ७२ द्वय आ.लि. दोषा स्त्री. अव्य. १९ ७४ द्वौ पुं० द्वि. व. ८७ १५. धवला स्त्री० लि. दोहद पुंन०६८ ३५ १५/ यक्षर न. ८३ ५२ धवली स्त्री. १९ ५३ द्वादशराज न० - २२ दोहदलक्षण न. यन्य त्रिलि. १४. धवित्र न. द्वादशराजी स्त्री. दौहृद न० द्वयष्ट न. ४३ ४ धातकी श्री. २० ३४ द्वापर पुंन. धुति स्त्री० द्वयह पुं० ४२/ धातु पुं० ५ ४७ द्वापर न० धातुकासीस न० ५२ २० द्वार न० | धातुमाक्षिक न. ४७ द्यूत पुंन. द्वारवृत्त न. १२ धटी स्त्री. ४२ धातुशेखर न० ५२ २० यो स्त्री० ३५ १५ द्वाविंशति स्त्री०१ धन पुन ६१ धात्री स्त्री. १ ४८ द्रा पुं० ४२ थाना स्त्री. २९ १२ ६६ द्वि आ.लि. दढिमन् पुं० धनिष्ठा स्त्री. धानेयक न. २१ द्वि वि० लि. द्रम्म पुं० धनीयक न. ७३ धान्य न. ३८ ४० ३ ५ द्विज पुं० ३९ धनु पुन० ३२ धान्य पुं. ३८ ४१ ७३ द्विजालय न. द्रविण न। धनुष् न. ४१ धान्यक न. द्वितीयमिक्षा स्त्री द्रव्य न० धनुच्छाय न. धान्याम्ल न. ४० द्रव पुं. ६ ७६ द्वितीया खा० २१ ५८ धनू स्त्री. २२ ३३ धान्यार्थ पुं० ८६ ४९ द्राक्षा अज. ८८ ४ द्विपक्ष पुं० १ ३ ४७ धन्याक न. ॥ ५० ॥ | धामन् न० द्राङ्ग पुं० ८८ ६६ ३९ ५६ द्रुकिलिम न० ५. ४७ न. २२ ४१ धन्वन् पुं० ६ धाय्या स्त्री० २१ ३३ ५ द्वैप न. द्वार स्त्री० 20 द्युम्न न. भरपं. १५ द्वाविंशति ना २५ १२ धनजय पुं० ४७ धान ३८ ३५ द्वितीया स्त्री० द्विपथ न. ४५ १ धन्वन् न.

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