________________
संतोषी होती है।
स्थूल गर्दन वाली महिला का स्वर कर्कश (कठोर ) होता है । स्वभाव से चिड़चिड़ी और झगड़ालू होती है ।
साधारण ग्रीवा वाली महिलाओं का व्यवहार और जीवन भी साधारण होता है । ग्रीवा के यह लक्षण पुरुषों पर भी लागू होते हैं । ग्रीवा में सामने त्रिभुजाकार रूप में निकली हड्डी वाले स्त्री पुरुष उच्च स्वर में बोलने वाले कर्कश और झगड़ालू होते हैं ?
ग्रीवा में सामने का तिल शुभ होता है पर पृष्ठ भाग का अशुभ बताया गया है ।
हाथ
लंबे पतले हाथ शुभ माने गये हैं। घुटनों को छूने वाले हाथों का स्वामी समाज में सम्मानित स्थान पाता है । हाथों पर अधिक रोम वाली महिला दोहरे स्वभाव की होती है । पल में माशा, पल में तोला वाली होती हैं | स्वार्थ उसके लिए सर्वोपरि होता है। बिना रोम वाली महिला सरल स्वभाव और निर्मल हृदय की होती है । पुरुषों को बाल होना शुभ माना गया है।
सम्मानान्तर कंधे वाला सीधे स्वभाव का होता है ।
लंबी छरहरी अंगुलियां महिलाओं की शुभ मानी गयी हैं। पुरुष की ऐसी अंगुलियां उसे भीरू बनाया करती हैं। चमसाकार या चपटी अंगुलियां पुरुष के कठोर होने की सूचक हैं। नौकदार अंगुलियों वाले स्त्री पुरुष स्थिर स्वभाव के माने गये हैं। बाएं कंधे का स्त्री का तिल शुभ जबकि पुरुष का अशुभ होता है । दाहिने कंधे में तिल का भी यही फल वर्णित है । बायें का तिल भी इसी प्रकार यह फलदायक बतलाया गया है । हथेली पर सामने का तिल भाग्यरेखा पर बहुत ही शुभ कहा गया है । पृष्ठ भाग का तिल व्यक्ति को कम खर्चीला बनाता है ।
184