Book Title: Swami Samantbhadra
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Jain Granth Ratnakar Karyalay
View full book text
________________
१५८
विषय समय-निर्णय ... ... ... मतान्तरविचार... ...
११५ सिद्धसेन और न्यायावतार...
१२६ क्षपणक शब्दका दिगम्बर साधुओंके लिये व्यवहार
१३८ पूज्यपाद-समय ... ...
१४१ उमास्वाति-समय
१४४ वीरनिर्वाण, विक्रम और शक संवत् ...
१४७ कुन्दकुन्द-समय राजा शिवकुमार एलाचार्य ... ...
१७२ पट्टावलिप्रतिपादित कुन्दकुन्द-समय भद्रबाहुके शिष्य कुन्दकुन्द
१८३ तुम्बुलूराचार्य और श्रीवर्द्धदेव
१८९ गंगराजके संस्थापक सिंहनन्दी ...
१९२ समयनिर्णय प्रकरणका उपसंहार ... प्रन्थ-परिचय ... ... ...
१९७ आप्तमीमांसा ( देवागम )... ... युक्त्य नुशासन ... ... ... स्वयंभूस्तोत्र ( समन्तभद्रस्तोत्र ) ... ... जिनस्तुतिशतक (स्तुतिविद्या, जिनशतकालंकार )
२०४ रत्नकरण्डक-उपासकाध्ययन (र० श्रावकाचार )
२०५ जीवसिद्धि ... ...
२.६ तत्त्वानुशासन ... ... ... ...
२०७ प्राकृतव्याकरण...
२०९ प्रमाणपदार्थ ...
२१० कर्मप्राभूत-टीका ( षट्खण्डागमके प्रथम पाँच खण्डोंका भाष्य) गन्धहस्तिमहाभाष्य (अबतकके मिले हुए उल्लेखोंका प्रदर्शन
और उनपर विस्तृत विचार ।) ... ... २१२
:::::::::::::
::::::::::::::::::::::::
२०२
२११

Page Navigation
1 ... 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 ... 281