Book Title: Sudansana Chariyam
Author(s): Umangvijay Gani
Publisher: Pushpchandra Kshemchandra Shah
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
पृष्ठम्
| विषयानुः क्रमः।
सुदंसणा
विषयः पत्रम् पृष्ठम् 11
विषयः
पत्रम् चरियम्मि गायाश्चम्पकलताया भृगुकच्छपुरे गमनं तत्र
१२५ श्रीशान्तिनाथजिनभवननिर्मापणतत्प्रतिष्ठामच देवीसुदर्शनासंयोगकृते निदानेन किन्नरी
होत्सवादिवर्णनम् । ... ... १३० भवनम् । ... ... ... १२५ १
...२३०
१२६ श्रीमुनिचन्द्र केवलिसमवसरणम् । १२. धर्मपालं प्रति किन्नरीकृतधर्माधर्मजन्यसुख
१२७ पुत्रविषयकशीलमतीपृच्छा केवलिप्रदत्ततदु
त्तरं च । ... दुःखवर्णनम् । ...
... ... ... १२५
... १३०
१२८ तन्निशम्य जाति स्मृत्वा शीलमत्या पापस्या18/१२१ जिनधर्मपालनापालने सदृष्टान्तफलवर्णनम् । १२६
शुभविपाकपृच्छनं केवलिना तत्कथनम् । १३१ |१२२ गृहीतगृहिधर्मायाः शीलमत्या विशेषतो धर्म
१२९ श्रीपुञ्जश्रेष्ठिपृष्टश्रीमुनिचन्द्रकेवलिना गृहिधर्मकर्मणि दृढत्वम् । . ...
... १२८
कथनम् । ... ... ... १३१ १२३ देवीकृतोपसर्गादिवर्णनम् । ... ... १२८ २ १३० धनदेवादिसहोदरगृहितग्रहणम् । ... १३२ १२४ गुटिकाप्रभावाद्धनदेवाघेकादशमुतोत्पत्तिवर्ण
१३१ श्रीमुनिचन्द्रगुरुसमीपे प्रत्रज्यामङ्गीकृत्य प्रपाल्य नम्। ... ...
... १२९ -२ च श्रीपुञ्जशीलमत्योर्मोक्षगमनम्। ... १३२
GROSSASGRESSIIS SAUSIOS
LOCALCRACARAKA
For Private and Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 ... 296