Book Title: Sthaviravali ane Teni Aaspas
Author(s): Gunsundarvijay
Publisher: Jinshasan Aradhana Trust

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Page 229
________________ તેરાપંથી આચાર્ય તુલસીનું વક્તવ્ય युगप्रधान आचार्य श्री तुलसी ने कहा "मैं तो हमेशा जाता हूं मन्दिरों में । अनेक स्थानों पर प्रवचन भी किया है । आज भीनमाल में भी पार्श्वनाथ मन्दिर में गया । स्तुति गाई । बहुत आनन्द आया ।” जैन भारती पृष्ठ 23, वर्ष 31, अंक 16-17 दिनांक 20-7-83 तेरापंथ अंक । आपको भी जैन मन्दिरों में प्रतिदिन दर्शन-पूजन करके आनंद लेना चाहिए । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org.

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