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समाचार विविधा : ११७
शोध के लिये तथा वर्ष २००२ का पुरस्कार डॉ० नगीन जी० शाह को जैन धर्म दर्शन के क्षेत्र में उनके द्वारा किये गये गम्भीर अध्ययन एवं गहन शोध के उपलक्ष्य में प्रदान किया गया।
प्रवर्तिनी आर्या प० पू० ऊँकार श्रीजी ठाणा १० का चातुर्मास
अब सतना में श्री पार्श्वचन्द्रगच्छीया प्रवर्तिनी आर्या ऊँकार श्रीजी ठाणा - १० का वर्ष २००३ का मंगल चातुर्मास अब मध्यप्रदेश के सतना जिले में होना सुनिश्चित हुआ। ज्ञातव्य है कि प्रवर्तिनी श्रीजी का यह चातुर्मास कानपुर में होना पूर्व निर्धारित रहा
और इसके लिये वे वाराणसी से विहार कर इलाहाबाद, कौशाम्बी होते हुए कानपुर जा रही थीं। मार्ग में वयोवृद्ध साध्वी चन्द्रकला श्री जी म० गम्भीर रूप से अस्वस्थ हो गयीं और उन्हें सतना में एक निजी चिकित्सालय में भरती कराना पड़ा। इस परिस्थिति जन्य कारण एवं सतना श्री संघ की वीनती तथा कानपुर श्री संघ की सहमति से प्रवर्तिनी जी ठाणा - १० का चातुर्मास सतना में होना निश्चित हुआ।
श्रीमती विमलेश तंवर को पीएच० डी० की उपाधि
श्रीमती विमलेश तंवर को उनके द्वारा लिखे गये शोध प्रबन्ध - ‘जयोदय महाकाव्य का अलंकार पक्ष' पर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ द्वारा पीएच०डी० की उपाधि प्रदान की गयी। श्रीमती तंवर ने अपना उक्त शोध प्रबन्ध डॉ० कपूरचन्द जैन, खतौली के निर्देशन में पूर्ण किया है। श्रीमती तंवर को उनके इस अकादमिक उपलब्धि पर पार्श्वनाथ विद्यापीठ की ओर से हार्दिक बधाई।
श्री महेन्द्र दर्डा निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित . विभिन्न धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं से पिछले २५ वर्षों से सक्रिय रूप से जुड़े महाराष्ट्र प्रान्त स्थित यवतमाल जिले के निवासी श्री महेन्द्र दर्डा पिछले दिनों निर्विरोधरूप से विदर्भ चैम्बर ऑफ कामर्स के पुनः अध्यक्ष चुने गये। श्री दर्डा को उनके इस गौरवपूर्ण उपलब्धि के लिये विद्यापीठ की ओर से हार्दिक बधार्ट।
एवार्ड हेतु प्रविष्टियां आमंत्रित भगवान् महावीर फाडण्डेशन ने प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी निम्नलिखित तीन क्षेत्रों में विशिष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों अथवा संस्थाओं से तीन पुरस्कारों के लिये १५ अगस्त २००३ तक प्रविष्टियां आमंत्रित की हैं -
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