Book Title: Siddhaprabha Vyakaranam
Author(s): Rushabhdev Keshrimal Jain Shwetambar Sanstha Ratlam
Publisher: Rushabhdev Keshrimal Jain Shwetambar Sanstha Ratlam
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कृतास्मर०
कृति कृते
कृत्ति०
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कृत्यतु०
कृत्यस्य
कृत्येऽव० ६१-११९ कोः कत्
कृत्वसो
१५५ कोटरमि०
कृभ्व०
कृवृषि०
कृशाश्व०
कृशाश्वा०
कृषेः
कृष्णे
कृष्या ०
कृतः
( १७ ) ११५ केकय० १७३ क्ताः
४८ केदारा०
१७५ क्ताच्च
१८४ केवलमा०
१६७ केवलस०
५२ केशाद्वा
४२ कैटभे
कृत् स०
कृदो
कृद्य०
कृपः
कृपा०
१९७ कौंडिन्या०
कृपोऽवहो १५९ कौपिंजल० २८ कौरव्य०
४७ कांडण्वादेः १६० कोपान्त्या०
४९ कोशमादेः
८० कौक्षेयके
१२१ कौशेयं
१८४ किङति
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१७७ क्तक्तवतू
१५९ क्तं नत्रा
१६७ क्तयोः १९७ क्तयोरनु० ९७ क्तयोरस०
३४ क्त तम०
१३ क्तादल्पे
१७५ क्तादेशो
१६६ क्ते अत
५० केटो
५४ क्तेन
१९८ तेनाप्फु० १८१ तेनास०
९८२ तेsनिट०
१४२ के हूर्भुवे : १७३ क्त्वस्तु
१८४ क्चातुमम्
३०
३६ क्त्वातुमम् भा० ११९
१७६ १०७ क्त्वा से०
१२६ क्त्वास्या० ५१ क्नः
१२७ क्यः शिति
१२८ क्य
४२
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५४
३४
२०१
३५
१३
१६५
१३६
क्त्वातुम् त० १६५
१३८
४९
१६५
४७
११९
१६५
१६५
क्यङ्मा >
१४८
३४
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१०९
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