Book Title: Siddhant Kaumudi Vyakhyan Vyakaran
Author(s): Unknown
Publisher: ZZZ Unknown
View full book text
________________
तस्यसंज्ञा रानु हितस्वनःसंकेनितोयहिनाजमहिनखनंनदपपगमोहिमायादेवदनेनेतिनियमन ) कर्मसंज्ञायानिवर्जनात्ययान्यस्पकरीत्या नवीधमिनित निबंधन टेनीपैभवात हरियाहार क्रियायास्वातत्र्यात्प्रेषणकिमतीगतमानियमावमसत्तायास्वधमाभिधीयतेइतास्वधर्मती पनिनेत्यर्थानावद्योरिनिमायामपिगतिविधिएवेनिगन्यथीत्वाकर्मीलगाया तानियतापश्प्रेरकनिस्सनरवावाहपनिवलीवोन्यवानइतिभाध्यादाहरगोनस रतीनिन्यायाधीकारादितिभावाननिषेधातिप्रयोज्य कमेनिवाच्यामितिनात्याधाshal नियतामाजिनायतासनतनाचसारथाश्रादयुतीति निगरमाचलनार्थभ्यातिपरस्मैयद मेवेती हनियमानपूर्वनेने प्रतिषेधोवाच्य फूलनिनोचनियदपमालभवन्पवेनिवालामा रिनिवाधिदेवमस्मिच रादिशयनीयसयतहानप्रापः।
यवानाचननवादिसाबोध्याजव्यनिप्रमानिलियोनामत्या
की
Dharmartha Trust J&K. Digitized by eGangotri

Page Navigation
1 ... 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 ... 507