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आचार्यश्री कैलाससागरसूरि ज्ञानमंदिर, कोबा
संक्षिप्त कार्य अहेवाल जान्युआरी-१४ ज्ञानमंदिरना विविध विभागोना कार्योमाथी जान्युआरी-१४मां थयेला मुख्यमुख्य कार्योनी झलक नीचे प्रमाणे छे. १. हस्तप्रत केटलॉग प्रकाशन कार्य अंतर्गत केटलॉग नं. १७ माटे कुल ६६० प्रतो
साथे १२९४ कृतिलिंक थइ अने आ मासांत सुधीमां केटलॉग नं. १७ माटे ५५०९ लींकनुं कार्य करवामां आव्युं. २. हस्तप्रतोना ९२४२६ पृष्ठो अने प्रीन्टेड पुस्तकोना ९६९१ मळी कुल १०२११७
पृष्ठोनुं स्केनींग कार्य करवामां आव्युं. ३. सागर समुदाय तेमज विश्व कल्याण पुनः प्रकाशन प्रोजेक्ट हेठळ कुल ५७७
पेजनी डबल एन्ट्री करवामां आवी. ४. लायब्रेरी विभागमा प्रकाशन एन्ट्री अंतर्गत कुल २४३ प्रकाशनो, ११४२ पुस्तको तथ प्रकाशनो साथे १२६१ कृति लींक करवामां आवी. आ सिवाय डेटा शुद्धिकरण कार्य हेठळ जुदी-जुदी महितीओना रेकॉर्ड्समां सुधार कार्य करवामां
आव्यु. ५. २०० पीडीएफ फाईलोने लायब्रेरी प्रोग्राममा जोडवामां आवी. ६. मेगेझीन विभागमा ९९ मेगेझीनोना अंकोनी एन्ट्री करवामां आवी. ७. १३ वाचकोने ३१ ग्रंथोना २८५४ पृष्ठोनी झेरोक्ष नकल उपलब्ध कराववामां
आवी. आ सिवाय वाचकोने कुल ६१३ पुस्तको आपवामा आव्यां तथा ६६४ पुस्तको जमा लेवामां आव्यां. ८. ज्ञानमंदिरमा १०१८ पुस्तको भेट स्वरूप प्राप्त थयां तथा रू. ४२४५.०० रू.ना
पुस्तको खरीदवामां आव्यां. ९. वाचक सेवा अंतर्गत प. पू. साधु-साध्वीजी भगवंतो, स्कॉलरो, संस्थाओ विगेरेने
उपलब्ध माहितीओना आधारे जुदी-जुदी क्वेरीओ तैयार करी आपवामां आवी, जेमाथी तेओ द्वारा जरूरी पुस्तको तथा हस्तप्रतोना डेटानो तेओना कार्यमां
उपयोग करवामां आव्यो. १०. ८४८ यात्रालुओए सम्राट् संप्रति संग्रहालयनी मुलाकात लीधी. ११. श्रुतसागरनो जान्युआरी-२०१४नो अंक नं-३६ प्रसिद्ध करवामां आव्यो.
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