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श्रुतसागर
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जुलाई-२०१९
समाचारसार
परम पूज्य राष्ट्रसन्त आचार्यदेव श्री पद्मसागरसूरीश्वरजी महाराजा का
राजनगर अहमदाबाद में भव्य चातुर्मास प्रवेश
राष्ट्रसन्त आचार्य श्री पद्मसागरसूरीश्वरजी म. सा. ३७०० कि.मी. का उग्र विहार करके दि. १३-७-१९ को श्री आदिनाथ तपागच्छ श्वेताम्बर मूर्तिपूजक शांतिग्राम जैनसंघ, अहमदाबाद चातुर्मासार्थ पधारे। नवकारशी के पश्चात् प्रातः ८:३० बजे शांतिग्राम टाउनशीप के मीडॉज फ्लैट से शोभायात्रा का प्रारम्भ हुआ। इस शोभायात्रा में हाथी, घोड़े, बैन्डबाजा, ध्वजा-पताका तथा शहनाईयों की धुन के साथ श्री आदिनाथ तपागच्छ श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जैन संघ के श्रेष्ठिवर्य, श्रावक तथा दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई, राजस्थान, आगरा, हरियाणा, मध्यप्रदेश, इन्दौर तथा भारतभर के विभिन्न स्थानों से पधारे हुए श्रद्धालु गुरुभक्त शामिल हुए। १० बजे यह शोभायात्रा चातुर्मास स्थल पर पहुँचकर सभा में परिवर्तित हो गई।
सभागृह के पंडाल में जयजयकार के उद्घोष के साथ राष्ट्रसन्त श्री का मंगल प्रवेश हुआ। उपस्थित श्रद्धालुओं ने सर्वप्रथम सामूहिक गुरुवंदन किया, इस अवसर पर श्री गौतमभाई अदाणी ने अखंड अक्षत से बधाते हुए गुरुवन्दना की। अदाणी परिवार तथा श्री आनन्दजी कल्याणजी पेढी के ट्रस्टी श्री श्रीपालभाई आर. शाह, दिल्ली से पधारे हुए श्री वीरुजी बुरड, तथा भायंदर, मुम्बई से पधारे हुए श्री मांगीलालजी तथा श्री सुरेशभाई देवचंद आदि ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम को प्रारम्भ किया। इसके बाद श्रीमती सुवर्णाबेन अदाणी ने गुरुभक्ति गीत प्रस्तुत किया, १२वर्षीया बालिका पल जिनलकुमार शाह ने भावपूर्ण नृत्य के साथ गुरु वन्दना प्रस्तुत कर उपस्थित दर्शकों को मन्त्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए श्री उत्तम छेडा तथा श्री हार्दिक शाह ने भक्तिपूर्ण माहौल बना दिया। उन्होंने पूज्य राष्ट्रसन्त आचार्यश्री के जीवन का संक्षिप्त परिचय देते हुए उनके जीवन के कुछ महत्त्वपूर्ण प्रसंगों का भी वर्णन किया।
उसके बाद पूज्य आचार्य श्री ने अपनी सुमधुर वाणी में उपस्थित श्रद्धालुओं को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि “मनुष्य को अपने जीवन में कौन सा कार्य कब और कैसे करना चाहिए? इस चातुर्मासिक प्रवचन में आपको वह सबकुछ जानने को मिलेगा, जो आपने आजतक नहीं जाना है, और जिसे जानना आपके जीवन के लिए बहुत ही उपयोगी है। पूज्यश्री के प्रवचन के पश्चात् अदाणी परिवार ने गुरुपूजन किया तथा पूज्य
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