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श्रुतसागर
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जून-२०१७
प्रकाश्यमान
नवग्रंथसर्जन व संशोधन-संपादन के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों के विषय में, जो कि यथासमय प्रकाशित होंगे, हमें आचार्य श्री विजयमुनिचंद्रसूरिजी म.सा. के द्वारा निम्नलिखित सूचनाएँ प्राप्त हुई हैं, जो श्रुतसागर के वाचकों तथा संशोधन-संपादन कर रहे विद्वानों हेतु उपयोगी हो सके एतदर्थ यह सूचि प्रकाशित की जा रही है।
चिद्रजी
क्रम
कृतिनाम | कर्तानाम | संपादक/संपादिका | जम्बूद्वीपप्रज्ञप्ति सह | टीकाकार- उपाध्याय | आ.श्री
प्रमेयरत्नमंजूषा टीका | श्री शांतिचंद्रजी | विजयमुनिचंद्रसूरिजी | जीवाजीवाभिगमसूत्र सह | टीकाकार- आ.श्री आ.श्री टीका
मलयगिरिसूरिजी | विजयमुनिचंद्रसूरिजी | निशीथसूत्र सह भाष्य+चूर्णि | चूर्णिकार- अज्ञात । | मुनि श्री
जैनश्रमण | दिव्यरत्नविजयजी ४ जम्बूद्वीपप्रज्ञप्ति सह टीका | टीकाकार- उपाध्याय | मुनि श्री
| श्री पुण्यसागरजी | पार्श्वरत्नसागरजी ५ | अजितनाथचरितम् | कर्ता- आ.श्री | सा.श्री विनयपूर्णाश्रीजी
देवानंदसूरिजी | (आ.श्री ॐकारसूरि
| समुदाय) ६ | श्रेणिकचरित्र
कर्ता- आ.श्री | सा.श्री हेमगुणाश्रीजी जिनप्रेमसूरिजी | तथा सा.श्री
| दिव्यगुणाश्रीजी
• वाचकों से अनुरोध है कि इस प्रकार की सूचनाएँ यदि आपके पास उपलब्ध हो, तो कृपया हमें प्रेषित करें। जो अन्य विद्वानों हेतु अत्यन्त उपयोगी सिद्ध होगी।
संपादक(श्रुतसागर)
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