________________ जीवनमें सन्मार्ग की प्राप्ति और आत्माकी उत्क्रान्ति के लिए परम पूज्य अध्यात्मयोगी निःस्पृह शिरोमणि पूज्यपाद पंन्यास प्रवर श्री भद्रंकर विजयजी गणिवर्य श्री का हिन्दी साहित्य अवश्य पढे 1. जैन मार्ग परिचय 2. महामंप्रकी अनुप्रेक्षा 3. परमेष्ठि - नमस्कार 4. प्रतिमा पूजन 5. नमस्कार-मीमांसा 6. चिंतन की चिनगारी 9. परमात्म-दर्शन 8. चिंतन के फूल 9. चिंतन की चांदनी 10. चिंतन का अम्रत 11. समत्व योग की साधना संपर्क सूज १.कांतिलाल मुणत,१०६,रामगढ-रतलाम (M.P.) R.INDIAN DRAWING EQUIP. INDUSTRIES SHED NO. 2 SIDCO INDUSTRIAL ESTATE AMBATTAR-MADHA5-98. 3.A.V.SHAH & CO.408 ARIHANT. AHMEDABAD STREET, IRON MARKET,BOMBAY-9.