Book Title: Shatkhandagama Pustak 06
Author(s): Pushpadant, Bhutbali, Hiralal Jain, Fulchandra Jain Shastri, Devkinandan, A N Upadhye
Publisher: Jain Sahityoddharak Fund Karyalay Amravati
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(४२)
परिशिष्ट
नैयायिक
३१
पद
१७३
शब्द
शब्द
पृष्ठ नीलवर्ण
७४ प्रक्षेपोत्तरक्रम
प्रचला नैसर्गिक प्रथमसम्यक्त्व ४३० प्रचलाप्रचला नोकषाय
प्रतिपत्ति नोकषायवेदनीय
प्रतिपत्तिसमास न्यग्रोधपरिमंडलसंस्थान
प्रतिपद्यमानस्थान
२७६, २७८ प्रतिपातस्थान
२८३ प्रतिपाती अवधि
५०१ प्रत्यक्ष
प्रत्याख्यान पदनिक्षेप
४३, ४४ प्रत्याख्यानावरणीय
४४ पदसमास
प्रत्यागाल
२३३, ३०८ परघात
प्रत्यावली
२३३, २३४,३०८ परप्रकृतिसंक्रमण
१७१
प्रत्येकशरीर परभविक नामकर्म २९३, ३३०,३४७
प्रथमनिषेक परमावधि
२५ प्रथमसमयउपशमसम्यग्दृष्टि
२३५ परिणामप्रत्यय
३१७
प्रथमसम्यक्त्व. ३,२०४,२०६,२२३, ४१८ परिभोग
प्रथमसंग्रहकृष्टि-अन्तर
२७७ परिभोगान्तराय
प्रथमस्थिति
२३२, २३३, ३०८ परोक्ष
प्रदेशघात
२३०, २३४ परंपरोपनिधा
३७८ प्रदेशबन्ध
१९८, २०० पर्याप्त
६२,४१९ प्रदेशसंक्रम
२५६, २५८ पर्याय
प्रदेशाग्र
२२४, २२५ पर्यायसमास
प्रशस्तविहायोगति पिंडप्रकृति
प्राभृत पुद्गलविपाकित्व
प्राभृतसमास पुद्गलविपाकी
११४ प्राभृतप्राभृत
२४ पुरुष
प्राभृतप्राभृतसमास प्रायोग्यलब्धि
२०४ पूर्व पूर्वसमास पंचेन्द्रियजाति
बद्धायुष्क
२०८ प्रकृतिबन्ध
१९८, २०० बहु-अवग्रह प्रक्षेप
१५२ / बलदेवत्व ४८९,४९२,४९५,४९६
१
६
पुरुषवेद
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