Book Title: Shatkhandagama Pustak 06
Author(s): Pushpadant, Bhutbali, Hiralal Jain, Fulchandra Jain Shastri, Devkinandan, A N Upadhye
Publisher: Jain Sahityoddharak Fund Karyalay Amravati

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Page 604
________________ (१०) परिशिष्ट ५० २३२ ४८ शब्द पृष्ठ शब्द चरमवर्गणा २०१ चारित्र ४० गति चारित्रमोहनीय ३७. ४० गति-आगति गर्भोपक्रान्तिक ४२८ गलितशेषगुणश्रेणी २४९, २५३, ३४५ जघन्यकृष्टि-अन्तर गुणप्रत्यय-अवधि २९ जघन्यवर्गणा २०१ गुणश्रेणी २२२, २२४, २२७ । जघन्यस्थिति १८० गुणश्रेणीनिक्षेप २२८, २३२ जघन्यस्पर्द्धक ३१३ गुणश्रेणीनिक्षेपाग्राम जाति जातिस्मरण ४३३ गुणश्रेणीशीर्ष जिन २४६ गुणसंक्रम २२२, २३६, २४९ जीवविपाकित्व गुणहानि १५१, १६३, १६५ जीवविपाकी गुणितकर्माशिक २५६, २५८ जीवसमास गुणित-क्षपित-घोटमान २५७ जुगुप्सा गुरुकनामकर्म ज्ञानावरणीय गोत्र १३ गोपुच्छद्रव्य २६० तद्वयतिरिक्तस्थान गोपुच्छविशेष तार्किक ४९०,४९१ तालप्रलम्बसूत्र २३० तिक्तनामकर्म ७५ तिर्यग्गति घोटमान तिर्यग्गतिप्रायोग्यानुपूर्वी ७६ २५७ तिर्यगायु तीर्थकरत्व ४८९,४९२,४९५,४९६ तीर्थकर २४६ चक्रवर्तित्व ४८९,४९२,४९५,४९६ तीर्थकरनामकर्म चक्षुदर्शन तीसिय चक्षुदर्शनावरणीय ३१, ३३ तृतीयसंग्रहकृष्टि-अन्तर चतुःस्थानिकअनुभागबन्धक २१० तैजसशरीर तैजसशरीरबन्धन चतुःस्थानिकअनुभागवेदक २१३ तैजसशरीरसंघात चतुःस्थानिकअनुभागसत्कर्मिक २०९ त्रस चतुरिन्द्रियजाति त्रिकरण २०४ चरमफालि २९१ | श्रीन्द्रियजाति २८३ गंध ६७ १ ६८ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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