Book Title: Shatkhandagama Pustak 02
Author(s): Pushpadant, Bhutbali, Hiralal Jain, Fulchandra Jain Shastri, Devkinandan, A N Upadhye
Publisher: Jain Sahityoddharak Fund Karyalay Amravati

Previous | Next

Page 552
________________ अर्हत् २८ ३९० १०२ ८६ ( यहां उन्हीं शब्दोंका संग्रह किया गया है जिनकी निर्दिष्ट पृष्ठपर परिभाषा पाई जाती है।) १ पारिभाषिक-शब्द-सूची शब्द पृष्ठ शब्द पृष्ठ अयोगकवली १९२ अकषाय ३५१ अयोगी २८० अकायिक २६६,२७७ अरतिवाक ११७ अग्रायणीय अरिहंत ४२,४३ अचभुर्दर्शन ३८२ अचित्तमंगल अलेश्य अज्ञान ३६३,३६४ अल्पबहुत्व (अनुयोग) अतीतपति अवग्रह ३५४,३७९ अतीतप्राण ४१९ अवधि ३५९ अन्तकृद्दशा अवधिज्ञान अन्तरात्मा १२० अवधिदर्शन ३८२ मर्थनय अवयवपद अर्थावप्रह अवाय अधिराज असत्यमन २८१ अध्रुवावग्रह ३५७ असत्यमोषमनोयोग अर्धमण्डलीक असद्भावस्थापना अनाहार असंयत अनादिसिद्धान्तपद असंयतसम्यग्दृष्टि अनिन्द्रिय २६४ अस्तिनास्तिप्रवाद अनिवृत्ति मनिवृत्तिबादरसाम्पराय आकाशगता अनुत्तरौपपादिकदशा. १०३ आक्षेपणी अपगतवेद आगमद्रव्यमंगल २१ अपर्याप्त २६७,४४४ आचारांग अपर्याप्ति २५६,२५७ आचार्य ४८,४९ अपूर्वकरण १८०,१८१,१८४ आत्मप्रवाद १९८ अकायिक २७३ आत्मा १४८ अप्रणतिवाक ११७ श्रादानपद ७५ अप्रमत्तसंयत १७८ आनापानपर्याप्ति २५५ अप्रवीचार ३३९ आमिनिबोधिकमान ९३,३५९ अबखालाप आभ्यन्तर निवृत्ति २३२ अभव्य ३९४ आहार १५२,२९२ अभ्याख्यान आहारक २९४ अयोग श्राहारककाययोग २९२ २८१ ७६ आ ३४२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566 567 568