Book Title: Shastra Sandesh Mala Part 15
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala
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________________ // 36 // // 37 // : // 38 // // 39 // // 40 // // 41 / / वटुंति एगपासे, दस गंतूणं पएसमेगं तु / वीसं गंतूण दुवे, वटुंति य दोसु पासेसु भिंगं गरुइल कज्जल-अंजणयाउ सरिसा विरायंति। . गगणतलमणुलिहंता, अंजणगा पव्वया रम्मा अंजणगपव्वयाणं, सिहरतलेसु हवंति पत्तेयं / अरहंताययणाई, सीहनिसाईणि तुंगाइ नरमगरविहगवालग-णाणामणिरूवरइयसोहाइं / सव्वरयणमयाई, अच्छिपक्खोभभूयाई जोयणसयमायामा, पन्नास जोयणाई वित्थिण्णा / . पन्नत्तरिमुव्विद्धा, अंजणगतले जिणाययणा अंजणगपव्वयाणं, तु सयसहस्सं भवे अबाहाए। पुव्वाइं आणुपुव्वी, पोक्खरिणीओउ चत्तारि पुव्वेणं होइ नंदा, नंदवई दक्खिणे दिसिभाए / अवरेण य णंदुत्तर, उत्तरओ णंदिसेणाओ एगं य सयसहस्सं, वित्थिण्णा उ सहस्समोविद्धा / निमच्छकच्छाभाओ, जलभरियाओ य सव्वाओ पुक्खरणीण चउद्दिसिं, पंचसए जोयणाण बाहाए / पुव्वाइयाणुपुव्वी, चउद्दिसिं होंति वणसंडा पागारपरिक्खित्ता, सोहंते ते वणा अहियरम्मा / पंचसए वित्थिण्णा, सयसहस्सं च आयामे पुव्वेण असोगवणं, दक्खिणे उ होइ सत्तवनवणं। . अवरेण चंपयवणं, चूयवणं उत्तरे पासे सव्वेसिं तु वणाणं, चेइयरुक्खा हवंति मज्झम्मि / नाणारयणविचित्ताहिं, परिगया ते वि दित्तीहि / // 42 // // 43 // - // 44 // // 45 // // 46 // // 47 //
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