Book Title: Shabdadarsh Mahan Shabdakosh Part 02
Author(s): Girjashankar Mayashankar Mehta
Publisher: Girjashankar Mayashankar Mehta
View full book text ________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
शुद्धिपत्र.
प्रथम भाग.
कोलम
अशुद्ध અજ્ઞ अक्षत अक्षधूतिल अक्षानह अग्निकर्नन् अग्रतस अय् अग्र्य अग्रय
अंकालक अंगमहिन्
शुद्ध અલ્પજ્ઞ, જ્ઞાનન્ય अक्षयूत अक्षधूर्तिल अक्षानह् अग्निकर्मन् अग्रतस् अयू अश्य अग्र्य अंकोलक अंगमहिन् अंगांगिभाव अच्छेदिक अजपाद् शतएव अतनु अतिक्रम अतिथिपूजन अतिदुःसह अतुहिनरश्मि अत्यजनीय अत्रभवत् अत्रिग्ज
अंगागिभाव अच्छे दिस अजपाद अतण्व अततु अतिम माथिपूजन अतिदुसह अतुहिनरसि अत्यंजनीय अत्रभवतू अत्रिदग्ज
oron nnaor or orrrrrrrrrrrrrrrrror
अद्
अंद
अंद्ग अधाकार अघमणिक अधिविकर्त अधोर्मन् अध्वननीन
अद्ग अधःकार अधमर्णिक अधिविकर्तन अधोमर्मन् अश्वनीन
४२
For Private and Personal Use Only
Loading... Page Navigation 1 ... 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 ... 805