Book Title: Sanskrit Sahitya Ka Itihas
Author(s): V Vardacharya
Publisher: Ramnarayanlal Beniprasad
________________
( १० ) कौशिकसूत्र ४६
गङ्गालहरी १५२ कौषीतकिब्राह्मण ३६, ३८ गङ्गावंशानुचरित १८३, २७८ कौषीतक्यारण्यक ३८
गङ्गावतरण १३४ कौषीतक्युपनिषद् ४०, ४२ गङ्गास्तव १५१ कौस्तुभप्रभा ४०७
गंगेश ३७७ क्रमदीश्वर ३१४
गणकारिका ४११ क्रम पाठ १७
गणपति शास्त्री २१६ क्षणभंगसिद्धि ३६६
गणितसारसंग्रह ३२८ क्षत्रचूडामणि १७६
गण्डव्यूह ३६३ क्षीरसमुद्रवासिमिश्र ३८८ गण्डिस्तोत्रगाथा १४८ क्षीरस्वामी ३०६
गदाधर ३७८ क्षुत्रसूत्र ४६
गद्यचिन्तामणि १७६ क्षेमंकर १६३
गद्यत्रय ४०३ क्षेमराज ४१३
गन्धर्वप्रार्थनाष्टक १५२ क्षेमेन्द्र १२३, १५७, १८७, १६१ गन्धहस्तिमहाभाष्य ३६६
गरुडदण्डक १५१ क्षेमीश्वर २६१
गरुडपुराण ८६
गर्ग ३२३ खण्डखाद्यक ३२८
गागाभट्ट ३८६ खण्डदेव ३८६
गार्गीसंहिता ३२३ खण्डनखण्डखाद्य १२८, ३६६ गार्ग्य ४५ खादिरगृह्यसूत्र ४६
गाथासंग्रह ३६५
गान्धर्ववेद ३३६, ३४४ गङ्गादास ३१८
गीतगोविन्द १४६ गङ्गादासप्रतापविलास २६६, २७८ गीतार्थसंग्रह ३६५, ४०३ गङ्गादेवी १३१, २७७
गीतार्थसंग्रहरक्षा ४०४ गङ्गाधर २६६, २७८
गुजराती ८
ग
Page Navigation
1 ... 447 448 449 450 451 452 453 454 455 456 457 458 459 460 461 462 463 464 465 466 467 468 469 470 471 472 473 474 475 476 477 478 479 480 481 482 483 484 485 486 487 488