Book Title: Sanskrit Sahitya Ka Itihas
Author(s): V Vardacharya
Publisher: Ramnarayanlal Beniprasad

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Page 453
________________ डमरुक २६८ जीवन्मुक्तिविवेक ३६६ जूनागढ़ ११२ जूमरनन्दी ३१४ जेन्दावेस्ता १८, ३०, ३१ जैन पार्वदेव ३४६ जैनराजतरंगिणी १३२ जैनेन्द्रशाखा ३१२ जैमिनि ४६,७६, ३७२ जैमिनीयन्यायमाला ३८८ जैमिनीयब्राह्मण ३८ जैयट ३०७ जोनराज १३२ जोन्स, विलियम १२ जोमरशाखा ३१४ ज्ञानकाण्ड २६ ज्ञानश्री ३६६ ज्ञाननिधि २५२ ज्येष्ठकलश १२४ ज्योतिरीश्वर २६५, ३४३ ज्योतिर्विदाभरण १००, ३२४ ज्योतिष ४४, ४६ ज्योतिषवेदांग ४७ ज्योतिषसारीद्धार ३२६ तत्त्वकौस्तुभ ४०० तत्त्वचिन्तामणि ३७७ तत्त्वाचिन्तामणिप्रकाशमकरन्द ३७८ तत्त्वचिन्तामण्यालोक ३७७ तत्त्वटीका ४०३, ४०४ तत्त्वदीपिका ३६६ तत्त्वनिर्णय ४०४ तत्त्वप्रकाश ४११ तत्त्वप्रकाशिका ३९४, ४०७ तत्त्वबिन्दु ३८७ तत्त्वबोधिनी ३०६ तत्त्वमुक्ताकलाप ४०४ तत्त्वरत्नाकर ४०४ तत्त्वविवेक ३६४ तत्त्ववैशारदी ३८२ तत्त्वसंख्यान ३६४ तत्त्वसंग्रह ३६६, ४१४ तत्त्वसंग्रहपंजिका ३६६ तत्त्वसमास ३८१ तत्त्वसमीक्षा ३९८ तत्त्वसार ४०४ तत्त्वसिद्धान्तव्याख्या ४१० तत्त्वार्थवार्तिकव्याख्यानालंकार ३६६ तत्त्वार्थसारदीपिका ३७० टंक ४०३ टालब्वायज ह्वीलर ६५ प्टीका ३८६

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