Book Title: Sanskrit Sahitya Ka Itihas
Author(s): V Vardacharya
Publisher: Ramnarayanlal Beniprasad

Previous | Next

Page 459
________________ ( नषधीयचरित १२७ नैष्कर्म्यसिद्धि ३९८ न्यायकणिका ३८७ न्यायकन्दली ३७०, ३७५ न्यायकलिका ३७६ न्यायकुमुदचन्द्रोदय ३७० न्यायकुलिश ४०४ न्यायकुसुमाञ्जलि ३७६ न्यायखण्डखाद्य ३७० न्यायतत्त्व ४०३ न्यायदर्शन ३७२ न्यायनिर्णय ३९८ न्यायपद्म ३८६ न्यायपरिशिष्ट ३७६ न्यायपरिशुद्धि ४०४ न्यायप्रदीप ३७० न्यायप्रवेश ३६५ न्यायबिन्दु ३६५ न्यायबिन्दुटीका ३६६ न्यायभूषण ३७६ न्यायमंजरी ३७६, ४०० न्यायमयूखमालिका ४०५ न्यायमुक्तावली ३६५ न्यायरक्षामणि ४०० न्यायरत्नमाला ३८८ न्यायरत्नाकर ३८७ न्यायरहस्य ३७० २० ) न्यायलीलावती ३७७ न्यायवार्तिक ३७५ न्यायवार्तिकतात्पर्यटीका ३७५ न्यायविनिश्चय ३६६ न्यायसंग्रह ३६६ न्यायसार ३७६ न्यायसिद्धाञ्जन ४०४ ।। न्यायसिद्धान्तप्रदीप ३७७ न्यायसिद्धान्तमंजरी ३७८ न्यायसुदर्शन ४०३ न्यायसुधा ३८७, ३६४ न्यायसूचीनिबन्ध ३७५ न्यायसूत्र ३७५ न्यायामृत ३६४ न्यायामृततरंगिणी ३७० न्यायावतार ३६६ न्यायावतारविवृति ३७० न्यास ३१३ न्यासकार २८७ पंचतन्त्र ७, १६७, १६६ पंचदण्डक्षत्रप्रबन्ध १६४ पंचदशी ३५१, ३६६ पंचपराक्रम ३६५ पंचपादिका ३६८ पंचपादिकाविवरण ३६६ पंचप्रक्रिया ३६६

Loading...

Page Navigation
1 ... 457 458 459 460 461 462 463 464 465 466 467 468 469 470 471 472 473 474 475 476 477 478 479 480 481 482 483 484 485 486 487 488