Book Title: Sandesha Rasaka
Author(s): Abdul Rahman, Jinvijay, H C Bhayani
Publisher: Bharatiya Vidya Bhavan

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Page 262
________________ तुडिय २७ त्रुटित तुंग ४२ तुंबर ५३ तुंबरु तुरक्क (?) ४८, १६८ तीक्ष्ण तुरंगम ९४२ तुरिय ८२, तुरियय ५० त्वरित तुरिय-इ २२३ त्वरितम् +अपि 'तुलय ११४ तुल्य तुसार १८६, तुसार १८४ तुषार तुहिण १९३ तुहिन तुहु ८८, २२२ त्वम् तूं ७७ स्वम् तूर° २१८ तेय १३२ तेजस सन्देशरासक - शब्दकोष थ थक्किय १४२ [ Vथक्क <स्था+क्क ] स्थित थड्डु १५० स्तब्ध थण १५० स्तन थणवट्ट ४९ स्तनपट्ट थरहरिय ६६ कम्पित ( गु. थरथर ) थिय ११३ स्थित ( गु. थयो ) 'थर' २४ स्थिर थूल° १९ स्थूल 'थोर' २४ स्थूल तेम २२३ द्र० तिम ( गु. तेम ) तो २९ द्र० त √ तोंड = त्रोटयू, आच्छोटयू ( गु. तोडवु ) दिण १२४ दिन तोडइ २५, तोडि ६६ द दइय ९४ दयित दय ६८ दया दयवर ४४ (दि° ) द्विजवर, दयापर (?) दक्खिण १५८ दक्षिण V दड्ढ = दह, दड्ढए २२०, दढ १६६, दुद्ध ७७ दुग्ध Jain Education International दर १४८ दर्दुर दप्प १८५ दर्प दर २८ ईषत् दरसिज १६४ ( दरि ) इयते सं० १४ दरसिय २२३ ( दरि ) *दर्शित दृष्ट 'दल ५१ V दल = दल्यू ( गु. दळवु ) दलियइ १८८ 'दव ६९ दविण १०१ द्रविण दस ६४ दह ५८, १४५ दशन् दसण १३७ दशन दसिय १३७ दष्ट V दह ( गु. दहवें ) दहइ १३२, दहन्त २००, दहेवि १०८, 'दहण १३१ दाहक 'दह १४४ ( < ग्रह ) हद Vदा = दा, दंति १७१, दिति १७६, दिजइ ६९, दीयइ १८२, दिन्नय १८० दारय १७५ दारक दियह १२३ दिवस दिप १७९ [ दिनप्रभु ] रवि दिबिंब ११३ [ दिनबिंब ] रवि दिणसेस ११० [ दिनशेष ] अस्त दिट्ठ १८ दृष्ट दिट्ठी १२० दृष्टि दिवस ९५ दिव्व' १६८ दिव्य दिस ५८ दिसा २०१ दिसि २२३ } १०५ दिशा | 'दी उन्ह' ८३ [ दीन्ह ] दीर्घोष्ण दीयइ १८२ (१) दीर्यंते दीण २४ दीन दीव १११ दीवय, १७६ दीप ( गु. दीवो ) दीव १११ द्वीप 'दीवर २२ दीपंकर दीवालिय (?) १७६ दीपालिका, दीपमालिका ( गु. दीवाळी ) V दीस = इश्यू ( गु. दीसकुँ ) दीसहि ६८, दीसइ ४२, १७४ दीह २५, दीहर २४ दीर्घ दुक्कर २०४ दुष्कर दुक्ख ९२४ दुःख For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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