Book Title: Samaysara Anushilan Part 02
Author(s): Hukamchand Bharilla
Publisher: Todarmal Granthamala Jaipur
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२०.०० २०.०० १६.०० ११.०० १२.०० १२.०० १०.००
७.००
७.०० ६.०० ६.०० ५.०० ५.०० ५.०० ५.०० २.५० २.५० ५.००
डॉ. हुकमचन्द भारिल्ल के महत्त्वपूर्ण प्रकाशन १. समयसार अनुशीलन भाग-१ (१ से ६८ गाथा तक) २. समयसार अनुशीलन भाग-२ (६९ से १६३ गाथा तक) ३. परमभाव प्रकाशक नयचक्र ४. पण्डित टोडरमल : व्यक्तित्व और कर्तृत्व ५. आत्मा ही है शरण ६. सत्य की खोज (हिन्दी, गुजराती, मराठी, तमिल, कन्नड़) ७. धर्म के दशलक्षण (हिन्दी, गुजराती, मराठी, कन्नड़, तमिल, अंग्रेजी) ८. तीर्थंकर भगवान महावीर और उनका सर्वोदयतीर्थ
(हिन्दी, गुजराती, मराठी, कन्नड़, अंग्रेजी) ९. वीतराग-विज्ञान प्रशिक्षण निर्देशिका १०. बारह भावना : एक अनुशीलन ११. आप कुछ भी कहो (हिन्दी, गुजराती, मराठी, कन्नड़, अंग्रेजी) १२. क्रमबद्धपर्याय (हिन्दी, गुजराती, मराठी, कन्नड़, तमिल, अंग्रेजी) १३. गागर में सागर १४. आचार्य कुन्दकुन्द और उनके पंच परमागम १५. पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव (हिन्दी, गुजराती, मराठी, कन्नड़) १६. निमित्तोपादान १७. अहिंसा : महावीर की दृष्टि में (हिन्दी, मराठी, गुजराती, अंग्रेजी) १८. युगपुरुष कानजीस्वामी (हिन्दी, गुजराती, मराठी, कन्नड़) १९. चैतन्य चमत्कार २०. पण्डित टोडरमल : जीवन और साहित्य २१. मैं कौन हूँ (हिन्दी, गुजराती, मराठी, कन्नड़, तमिल, अंग्रेजी) २२. बालबोध पाठमाला भाग-२ (हि., गु., म., क., त., बं., अं.) २३. बालबोध पाठमाला भाग-३ (हि., गु., म., क., त., बं., अं.) २४. वीतराग-विज्ञान पाठमाला भाग-१ (हि., गु., म., क., अं.) २५. वीतराग-विज्ञान पाठमाला भाग-२ (हि., गु., म., क., अं.) २६. वीतराग-विज्ञान पाठमाला भाग-३ (हि., गु., म., क., अं.) २७. तत्त्वज्ञान पाठमाला भाग-१ (हि., गु., म., क., अं.) २८. तत्त्वज्ञान पाठमाला भाग-२ (हि. गु., म., क., अं.) २९. सार समयसार ३०. शाश्वत तीर्थधाम : सम्मेदशिखर ३१. कुन्दकुन्द शतक (अर्थ सहित) ३२. समयसार पद्यानुवाद ३३. योगसार पद्यानुवाद ३४. बारह भावना एवं जिनेन्द्र वन्दना ३५. शुद्धात्म शतक (अर्थ सहित) ३६. तीर्थंकर भगवान महावीर ३७. अनेकान्त और स्याद्वाद ३८. शाकाहार : जैनदर्शन के परिप्रेक्ष्य में ३९. अर्चना (जेवी साइज)
४०. गोम्मटेश्वर बाहुबली *४१. वीतरागी व्यक्तित्व : भगवान महावीर (हिन्दी, गुजराती)
४.०० ४.०० ४.०० ४.०० १.५०
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