Book Title: Rushimandalsavyantralekhanam
Author(s): Sinhtilaksuri, Tattvanandvijay
Publisher: Jain Sahitya Vikas Mandal

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Page 42
________________ १. गोमुख २. महायक्ष ३. त्रिमुख ४. यक्षनायक ५. तुम्बर ६. कुसुम ७. मातङ्ग ८. विजय १७. गन्धर्व १८. यक्षराज १९. कुबेर २०. वरुण २१. भृकुटि २२. गोमेध २३. पार्श्व २४. ब्रह्मशान्ति 10 15 १. चक्रेश्वरी २. अजितबला ३. दुरितारि ४. काली ५. महाकाली ६. श्यामा ७. शान्ता ८. भृकुटी ऋषिमण्डलस्तवयन्त्रालेखनम् परिशिष्ट ६ चोवीश यक्षो ९. अजित १०. ब्रह्म ११. मनुज १२. कुमार १३. षण्मुख १४. पाताल १५. किन्नर १६. गरुड परिशिष्ट ७ चोवीश यक्षिणीओ ९. सुतारिका १०. अशोका ११. मानवी १२. चण्डा १३. विदिता १४. अकुशा १५. कन्दर्पा १६. निर्वाणी परिशिष्ट ८ सोळ विद्यादेवीओ ७. काली ८. महाकाली ९. गौरी १०. गान्धारी ११. सर्वास्त्रमहाज्वाला १२. मानवी परिशिष्ट ९ नव निधि ४. सर्वरत्न ५. महापद्म ६. काल १७. बला १८. धारिणी १९. धरणप्रिया २०. नरदत्ता २१. गान्धारी २२. अम्बिका १३. पद्मावती १४. सिद्धायिका १. रोहिणी २. प्रज्ञप्ति ३. वज्रशृङ्खला ४. वज्राङ्कशी ५. चक्रेश्वरी ६. पुरुषदत्ता १३. वैरोटया १४. अच्छुप्ता १५. मानसी १६. महामानसी 25 30 १. नैसर्पिक २. पाण्डुक ३. पिङ्गल ऋ. मं.४ ७. महाकाल ८. माणवक ९. शङ्ख Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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