Book Title: Request To Indian People From Vegetarians Of World Author(s): Young Indian Vegetarians Publisher: Young Indian VegetariansPage 29
________________ नॉर्थ अमेरिकन वेजिटेरियन सोसायटी यंग इण्डियन वेजिटेरियन्स् नितीन महेता ३३, गोल्डवेल रोड, थॉर्नटोन हिथ, सरे, इंग्लैड.. प्रिय नितीन मेहता, हिंसा और अत्याचार के विरोध में आवाज उठानेवाले, विश्वभर में फैले अनुयायियों की ओर से भारतवासियों से एक अनुरोध करनेवाली आपकी पुस्तिका के प्रकाशन हेतु शुभकामनाएं: हमें खेद है कि भारत में मांस की खपत बढती जा रही हैं. हमें विश्वास है कि आपका यह प्रकाशन और बहुत से लोगों के प्रयत्नों से अन्य लोग की यह जान जायेंगे कि जो यह मानते हैं. सारे जीव पवित्र होते हैं और पशुओं के भी कुछ अधिकार हैं तथा उनके लिए शाकाहारी आहार ही एक स्वस्थ विकल्प है. . हमें यह जानकर संतोष है कि इस देश में शाकाहारियों की संख्या बढ़ रही है और लोगों को यह बोध भी होता जा रहा है कि हृदय-रोग, उच्च रक्त-चाप तथा अन्य बीमारियों को बढ़ाने के लिए मांस एवं डेअरी उत्पादन सहायक होते हैं. हमारे अपने ही देश में बहुते रेस्टॉरेन्टस् में अमेरिकी लोगों को शाकाहारी भोजन दिया जा रहा है जो जो अपने स्वास्थ्य, वजन तथा उन पशुओं के अधिकारों के प्रति जागरुक हैं जिनकी हत्या भोजन के लिए की जाती है. ऐसा अनुमान है कि तकरीबन दस अरब से अधिक अमेरिकी लोग शाकाहारी भोजन करते हैं और 40 अरब लोग अपने मांसाहार की मात्रा को कम करते जा रहे हैं. स्वास्थ्य, नैतिकता, संसारभट में फैलती जा रही भुखमरी की चेतावनी, पृथ्वी की जलवायु और मांसाहारी आहार की बढ़ती हुई कीमतों से ऐसा करने के लिए आदमी प्रेरित हुआ है. भारत के लोगों को शिक्षित करने में आप जो मदद कर रहे हैं उसके लिए हम सफलता की कामना करते हैं. यदि आपको. अन्य किसी प्रकार की सहायता की जरुरत पडे तो कृपया बेझिझक हमसे सम्पर्क करें भवदीय, जेनी ओ. कोलूस एन. ए. वी. एस. के लिएPage Navigation
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