Book Title: Ravisagarji Jivan Charitra Shok Vinashak Granth
Author(s): Buddhisagar
Publisher: Buddhisagar

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Page 60
________________ ४६. तत्पट्टे श्रीधर्मघोषसूरिजी महाराज. ४७. तत्पट्टे श्री सोमप्रभसूरिजीमहाराज. ५८. तत्पट्टे श्री सोमतिलकसूरिजी. ४९. तत्प? श्री देवसुंदरसुरिजी ५०. तत्पट्टे श्री सोमसुंदरसुरिजीमहाराज ५१. तस्वट्टे श्री मुनिसुंदरसुरिजीमहाराज. ५२. तत्पट्टे श्री रत्नशेखरसुरिजीमहाराज. ५३. तत्पट्टे श्री लक्ष्मीगरसुरिजीमहाराज, ५४. तत्पट्टे श्री सुमतिसाधूसुरिजी. ५५. तत्पाटे श्री हेमविमलसुरिजीमहाराज. ५६. तत्पाटे श्री आनंदविमलसुरिजी ५७. तत्पाटे श्री विजयदानंदसुरिजीमहाराज ५८. तत्पाटे श्री हीरविजयसुरिजीमहाराज ५९. श्री सहेजसागरउपाध्यायजी ६०. श्री जयसागरउपाध्यायजी ६१. श्री जीतसागरगोपाजीमहाराज

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