Book Title: Ratnamala
Author(s): Shivkoti Acharya, Suvidhimati Mata, Suyogmati Mata
Publisher: Bharatkumar Indarchand Papdiwal

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Page 133
________________ प्या , -२० रत्नमाला पृष्ठ हा.-125 चतुर्दशी के दिन त्रिकाल वंदना के लिये चैत्यभक्ति, श्रुतभक्ति, पंचगुरुभक्ति अथवा सिद्धभक्ति, चैत्यभक्ति, श्रुतभक्ति, पंचगुरु भक्ति, शांतिभक्ति । नंदीश्वर पर्व में शिव, नंदीशक्ति, पंचगुरुभक्ति, शांतिभक्ति । सिद्धप्रतिमा के सामने सिद्धभक्ति तीर्थंकर के जन्म दिन चैत्यभक्ति, श्रुतभक्ति, पंचगुरुभक्ति अथवा सिद्धभक्ति, चैत्यभक्ति, श्रुतभक्ति, पंचगुरुभक्ति, शांतिभक्ति अष्टमी चतुर्दशी की क्रिया में अपूर्व | चैत्यवंदना वा त्रिकाल नित्यवंदना के समय चैत्यभक्ति, पंचगुरुभक्ति, शतिभक्ति। अभिषेक वंदना सिद्धभक्ति, चैत्यभक्ति, पंचगुरुभक्ति | शांतिभक्ति स्थिरबिंबप्रतिष्ठा सिद्धभक्ति, शांतिभक्ति चलबिंबप्रतिष्ठा सिद्धभक्ति, शांतिभक्ति चल बिंबप्रतिष्ठा के चतुर्थ अभिषेक में सिद्धभक्ति, चैत्यभक्ति.॥ पंचमहागुरुभक्ति, शांतिभक्ति तीर्थंकरों के गर्भजन्मकल्याणक में सिद्धभक्ति, चारित्रभक्ति, शांतिभक्ति। दीक्षाकल्याणक सिद्धभक्ति, चारित्रभक्ति, योगिभक्ति, शांतिभक्ति । सुविधि शान पत्रिका प्रकाशन संस्था, औरंगाबाद.

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