Book Title: Ratnachuda Rasa Author(s): H C Bhayani Publisher: L D Indology AhmedabadPage 75
________________ शुदिपत्र भूमिका मूळ पाठ पृष्ठ पंकि सुधारो पंक्ति सुधारो माक पडछायो तेनो होईने तेटलुज मोकलीए. शाक सुरहट तण ३ देसंतरि जिम्म १५ १८ . 4 ૨૨ ठाम काणउ करी. मळतु. प्रधाने मीठ थई गयां । पाणी यमघंटा छडेला आवी. गाम रीते कोटि १७ तउ बीजी एहन गोलि तिहां दिनि दिनि देवारठ सीरावी ११ १६ ११ वेश्या १७ २१ राउलि राउल भणइ WWW. AS CGWW.00 लीधा सुभाषित बीज ने रत्नचूड-कथागक जाणीता नथी. रचनाशली १५०९ना विरोधमां सूचक छे. भूल छे. टीप ૨૫ २९ जोइयई संध्यां पहरि Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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