Book Title: Rashtrabhasha Shabdakosh
Author(s): Sahityaratna
Publisher: Vora and Company Publishers Limited
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
૧૯૬
[१५
सहयर-वि० संगी पु० साथी संगति-स्त्री. सहवास पु० सोहबत सहर-वि० स्वाभाविक पु०; सरल सगभ- मिलाप पु. सहवास- संगति स्त्री० सोहबत सभान-वि. दृढ़ पु० मजबूत स०सा-40 अ. अचानक
6-एकत्रीकरण पु० इकट्ठापन सह-वि० हजार पु.
साभ-पु० युद्ध पु. जंग सहाय-स्त्री• सहायता स्त्री० मदद सं-पु. समाज पु० जमात सहारा-पु. भाश्रय पु• सहारा सहित-वि० संगठित पु. इकटे सडियर-श्री. सखी स्त्री० सहेली संघर-24080 एकत्र करना अ. सहियार-वि० बोदा पुं०
क्रि० इकठ्ठा करना सहेश-स्त्री. आनन्द पु. मौजमजा संघात-पु. संग पु० साथ सहे-स०० सहन करना सक्रि० सयय-० संग्रह पु० इक्ट्ठा बर्दाश्त करना
सन्यास-पु. चालक पु. चलानेवाला सहा२-० सगाभाई पु०
सन्ग -४० संयोग पु० सम-वि० अतुट
। संसा-स्त्री० चेतना स्त्री० होश; निशानी सट-1 विपत्ति स्त्री० माफत सवयु-स. शामिल करना स० सम-20 संकुचित होना । क्रि०
अक्रि० मुश्किल में आना सत-वि.यु. सन्त पु० सूफी स३८५-० निश्चय पु०
संतति-स्त्री० सन्तान स्त्री० औलाद सयित-वि० संकड़ा पु० . · सतनस-श्री. गुप्त वार्ता स्त्री. सत्-पु. इंगित पु० इशारा . गुफ़्तगू सस-स०ि सकेलना स०क्रि० सताsधु-स०० गुप्त रखना सक्रि० सहाय-० लज्जा स्त्री० शर्म
छिपाना संक्षिप्त-वि० संक्षेप पु० थोड़ा. संता-पु. कष्ठ पु०; तकलीफ सक्षे५-पु. संक्षिप्त पु० थोड़ा सतिष-पु. परितोष पु. सवर सान-पु. व्याकुलता स्त्री. घब. सत्री-पु. पहरेदार पु० सन्तरी
सश- सन्देश पु० पैगाम सध्या-स्त्री. गणना स्त्री० गिनती सह-पु. शंका स्त्री० शक सम-पु. संगति स्त्री. सोहात सधि-स्त्री० मेल-जोल पु० सुलह जोड़
डाहट
For Private and Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221