Book Title: Rashtrabhasha Shabdakosh
Author(s): Sahityaratna
Publisher: Vora and Company Publishers Limited

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Page 206
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ૨૦૧ [रिथु पशु-२०६० हनन करना स० कि०७४-वि० नीच पु० कमीना मार डालना बाभ-स्त्री. सरपच्ची स्त्री०, मराज सत्या-स्त्री० वर्ष पु., खून पच्ची थियार-10 आपुध पु., हथियार सास-वि० नियमानुकूल पु० बाकायदा टी-श्री कुशलता स्त्री०, होशियारी -10 विष पु०, जहर ७६-स्त्री. सीमा स्त्री, हा -पु. आक्रमण पु. हमला 64-स्त्री. भय पु०, खौफ ७१स- वासना स्त्री०, चाह मी-स्त्री. सहानुभूति स्त्री० 6-स्त्री० पवन पु०, हवा मार-पु० कुली पु०, मजदूर पातियु-मिथ्या घमंड पु., झूठी शेखी 64-० अश्व पु० घोड़ा पाला-पुं० सत्ता स्त्री०, कजा यात-1ि0 जीवित पु०, जिन्दा बस्ती-स्त्री.. हाथी पु. पील ७२४-स्त्री० अड़चन स्त्री०, रुकावट अस्तित्व ७२-० आनन्द पु०, खुशी -वि० मन्द पु०, धीमा; हलका ७२-० अठा ले जाना; मृग गाम- ऋतु स्त्री०, मौसम ७२६८-१० सदैव अ० हमेशा बास-स्त्री. बुम; पुकार स्त्री० । ७२-स.18. हरण करना स० कि.। -स०६० चलाना सक्रि० चुराना म-पु. गवर्नर पु० हाकिम ७२१-स्त्री० नीलाम पु०, Gord-स्त्री. आवश्यकता स्त्री०, जरूरत राम-वि० अनधिकार पु०, बेहक बारी-स्त्री. उपस्थिति स्त्री० हाज़िरी राममा२-१० दुष्ट पु०, बदमाश -न-स्त्री. दूकान बी०, ७२रायु-वि• खुला जानवर पु० 63-10 बहुत, हुड्डी बस्ति-वि. हरा पु० ला-स्त्री० हानि स्त्री०, नुकसान अश्या -वि. हरा भरा पु०, जानि-क्षी• कुफायदा पु०, नुकसान ३-५• विरोधी पुं०, खिताफ रहने बाम-श्री. साहस पु०, हिम्मत वाला बाय-स्त्री. अभिशाप पु० बददुआ; राण-स्त्री. पंक्ति; बराबरी दुःखकी आह 64-. भानन्द पु०, खुशी बार-स्त्री. पराजय स्त्री०, शिकस्त ४१४-स्त्री. स्वरकी शोभा स्त्री० लारिय-वि० बरोबरीका: समकालीन For Private and Personal Use Only

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