Book Title: Prayaschitt Avashyak Tap evam Padaropan Vidhi
Author(s): Mokshratnashreejiji
Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur

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Page 8
________________ ग्रन्थ नाम वर्धमानसूरिकृत 'आचारदिनकर' चतुर्थ खण्ड प्रायश्चित्त, आवश्यक, तप पदारोपण विधि एवं अनुवादक पूज्या समतामूर्ति श्री विचक्षणश्रीजी म.सा. की प्रशिष्या एवं साध्वीवर्या हर्षयशाश्रीजी की शिष्या साध्वी मोक्षरत्नाश्रीजी सम्पादक सम्पादक - डॉ. सागरमल जैन प्रकाशक प्रकाशक - प्राच्य विद्यापीठ, दुपाड़ा रोड़, शाजापुर (म.प्र.) अ.भा.श्री जैन श्वे.खरतरगच्छ महासंघ,मुम्बई प्रकाशन सहयोग - श्री रिखबचन्दजी गुलाबचन्द जी सा., झाडचूर परिवार, उपाध्यक्ष पश्चिम क्षेत्र अ.भा.श्री जैन श्वे.खरतरगच्छ महासंघ,मुम्बई प्राप्तिस्थल - (१) डॉ. सागरमल जैन, प्राच्य विद्यापीठ, दुपाड़ा रोड़, शाजापुर (म.प्र.), ४६५००१ (२) सरस्वती पुस्तक भण्डार, हाथीखाना, रतनपोल - अहमदाबाद (गुजरात) प्रकाशन वर्ष - प्रथम संस्करण, फरवरी २००७ मूल्य - रु. २००/- दौ सौ रुपया Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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