Book Title: Pravachansara Part 03
Author(s): Kamalchand Sogani, Shakuntala Jain
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 132
________________ अव्यय अर्थ अजधा 71 अण अणेसणं अध अव्यय-कोश गा.सं. अनुपयुक्त रूप से नहीं अनिच्छापूर्वक द्वितीयार्थक अव्यय और अब इसलिए निरर्थक प्रयोग ज्यादा अपनी शक्तिपूर्वक 3/1 52 तृतीयार्थक अव्यय इस प्रकार वाक्यार्थद्योतक 16, 18 इसलिए अव अहियं आदसत्तिए इति अतः क्योंकि शब्दस्वरूपद्योतक 58, 69, 73 ऐसा 61, 64 66 पादपूरक इस प्रकार ही प्रवचनसार (खण्ड-3) चारित्र-अधिकार (125)

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