Book Title: Pravachan Saroddhar Uttararddh
Author(s): Nemichandrasuri
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund

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Page 10
________________ ग्रन्थ ॥३॥ अंकः ग्रन्थनाम मूलकर्त्ता टीकाकर्त्ता १५ धर्मपरीक्षा. १६ शास्त्रवासी श्रीहरिभद्रसूरिः श्रीयशोविजयोसमुच्चयवृत्ति. पाध्यायः १७ कर्म्म प्रकृतिः शिवशम्मैसूरः मलयगिरिः १८ कल्पसूत्रमूलं श्रीभद्रबाहुभाचार्याः कालिकाचार्य Jain Education International कथा च पद्मसागरगणि: ( धर्म्मसागर चि- १६४५ नि. सा. प्रे. 1) मू. १४८४ प. ५८ मलसागरशिष्यः ). मुंबई. प्र. ५०० १९१३ रचनाकाल मूल टीका यह संख्या अनुमानसें है. मुद्रणस्थान पण्यं काल पत्र लोक मूल टीका प्रति धम्र्म्माभ्यु० २) *मू. ७०० प. ४३१ टी. प्र. ५०० * १२००० बनारस. १९१४ . नि. सा. प्रे. १४ मू. ४७५ मुंबई. १९१३ नि. सा. प्रे..-८-.. मुंबई. १९१४ - मू. १२०० ६५ काव्य प. २२० प्र. ५५० For Private & Personal Use Only प. ६९५ प्र.१००० विशेषः विषयः पुराणों विगेरह की परीक्षा नास्तिकादि दर्शनोकी परीक्षा बन्धनादिक अष्ट करण जिनचरित्रादि ओर कालिकाचार्य वृत्तान्त सूची. ॥ ३ ॥ www.jainelibrary.org

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