Book Title: Pravachan Pariksha Part 01
Author(s): Dharmsagar
Publisher: Rushabhdev Kesarimal Shwetambar Samstha
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साक्षिविशेपनामानि
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श्रीप्रव- DIसिद्धसेनदिवाकरः ११८,१२६, १२७, | सोमतिलकसूरिः ३१७, ३१८
१२७, १४०, १६१, पनपरीक्षा १३५, २०६,४६४, | सोमधर्मगणी ३१५, ३१७
१६२, १६६, १६९, ॥१४॥ ४२०, ३७२, ३७३ | सोमसुंदरसूरिः ३२३, ३१४
१७३, १९६, २०६, , सूरिः ३५९ ... सोमतिलकः २३३
२०६, २०९, २१०, सुधर्मस्वामी ५, ६४, ६७, ७७,३०१, सौधर्मेन्द्रः ३१८
३२०, ३२२, ३३२, .३०७,४४२ संगमकः ३१८
३७१, ३७२, ३८४, सुस्थितसुप्रतिबद्धौ ५, ३०१, ३०२ संघतिलकसरिः २८४, ३०७
४५९,४६०,४६१,४१८ सूराचार्यः २८५
संभूतविजयस्वामी २१७, ३०२ हर्षभूषणः ३१९ . सोमचंद्रः२३८, ३४४, २४५,२४६, | स्थूलभद्रः १२८,२१७
हीरविजयसूरिः ८, ९,५ २४७, २५०, २५४, २५५,
हेमचंद्रसूरिः ११, १३६, ३६९, ३२४, २५६,२६०,२६१,२६५,३०४ ' हरिभद्रसूरिः ३४, ६५, १२२, १२६, | ३२२, ३५२
Aamalamandal IMARNERINNERIES

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