Book Title: Pramanvarttikam
Author(s): Rahul Sankrutyayan
Publisher: Allahabad Law Journal Press
View full book text
________________
११७२ ११७५ १२८२ ११८३ ११८४ ११८५ ११८६ ११८६
११८९
: :: :: :: :: :
(स्थितिस्थापकतानिरासे संग्रहश्लोकः) C. उपादानोपादेयभावनिरासः (ग) पुनर्जन्मपरिग्रहः ..
I. अविद्यातृष्णे बन्धकारणम् II. गत्यागत्योरदर्शनं इन्द्रियपाटवात् III. मूर्तस्यापि मूर्ते प्रवेशः IV. नोपादानभूतं शरीरं बुद्धेः A. अवयविनिरासः .. a. आवरणाद्यभावनिरासः b. संख्यादिनिरासः . ..
B. संख्याद्यभावेऽप्येकत्वसंयोगयोर्व्यपदेशः .. . a. धर्मवाचिन्येव श्रुतिमिवाचिनी . b. समुदायवाचिनी श्रुतिः (घ) विज्ञानं कारणम् ..
I. परमाणूनां समुदितानां न बुद्धिहेतुत्वम् .. II. प्राणापानयोरनियामकता III. परलोकानागतस्य प्राणे निर्हेतुकता
IV. शक्तिनियमाद् न घियां सकृज्जन्म .. (ङ) कर्मसिद्धिः .
I. सहास्थितिकारणं कर्म .. ___II. आमुत्रिकदेहहेतुः पञ्चायतनमैहिकम् .. ख. युक्तः करुणाभ्यासः (क) चित्तमात्रप्रतिबद्धत्वात् .. (ख) पुनर्यत्नापेक्षा (ग) स्वरसेनाभ्यासजः करुणादिप्रवाहः (घ) करुणा स्वबीजप्रभवा .. (क) अभ्यासात् करुणात्मकत्वम् (४) शास्तृत्वाद् भगवान् प्रमाणम्
क. शास्तृत्वव्याख्यानम् ख. दु:खहेतुपरीक्षणम्
११९३ १२९९ १११०१ १।१०२ ११०५ १।१०५ १।१०६ १११११
११११४ .. १११६
१।११६ .. ११११७ १।१२२
२१२२ २१२३ २१२६ १११३१
११३३ १।१३४ .. १।१३४ .. १।१३५

Page Navigation
1 ... 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 ... 610