________________ 5. भावार्य विजयराममूरिश्वरजी महाराज साहेश्व संपादित नये प्रकाशन (1) सुवर्णाक्षरीय श्री हपसूण (बारसासूत्र) सचिव 250-08 (2) অক্সালি লিখা। (3) प्रमाणनयतत्वालाकालंकार (4) जैनधर्म प्रकरण रत्नाकर (तृतीयावृत्ति) 17-00 / (5) श्री यत्तिश्राद्ध व्रत विधि (प्रत) प्रकाशक श्री सुरेन्द्रसूरिश्वरजी जैन तत्वज्ञान शाला अवेहीबाड, पटणीनी खडकी, अमावाद-१.