Book Title: Prakrit Sahitya ki Roop Rekha
Author(s): Tara Daga
Publisher: Prakrit Bharti Academy

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Page 172
________________ 37. प्रवचनसार - र. आ. कुन्दकुन्द, सं. उपाध्ये, परमश्रुत प्रभावक मण्डल, श्रीमद् राजचन्द्र जैन शास्त्रमाला, अगास। 38. प्राकृत अभ्यास सौरभ - ले. डॉ. कमलचन्द सोगाणी, अपभ्रंश साहित्य अकादमी, जयपुर। 39. प्राकृत एवं जैनागम साहित्य - ले. डॉ. हरिशंकर पाण्डेय, श्री लक्ष्मी पब्लिकेशन कतिरा, आरा। 40. प्राकृत गद्य-पद्य सौरभ - सं. एवं अ. डॉ. कमलचन्द सोगाणी, अपभ्रंश साहित्य अकादमी, जयपुर। 41. प्राकृत गद्य-सौपान - ले. एवं सं. डॉ. प्रेमसुमन जैन, प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर। 42. प्राकृत धम्मपद - सं. डॉ. भागचन्द्र जैन, प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर। 43. प्राकृत भारती - सं. एवं अ. डॉ. प्रेमसुमन जैन, डॉ. सुभाष कोठारी, आगम अहिंसा-समता एवं प्राकृत संस्थान, उदयपुर 44. प्राकृत भाषाओं का व्याकरण - ले. डॉ. पिशल, अ. डॉ. हेमचन्द्र जोशी, बिहार-राष्ट्रभाषा-परिषद, पटना। 45. प्राकृत भाषा और साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास - ले. डॉ. नेमिचन्द्रशास्त्री, तारा बुक एजेन्सी, वाराणसी 46. प्राकृत मार्गोपदेशिका – ले. पं. बेचरदास, जीवराज दोशी, मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली। 47. प्राकृत साहित्य का इतिहास - ले. डॉ. जगदीशचन्द्र जैन, चौखम्बा विद्याभवन, वाराणसी 48. प्राकृत स्वयं-शिक्षक- ले. डॉ. प्रेमसुमन जैन, प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर। 49. प्रौढ़ अपभ्रंश रचना सौरभ - ले. डॉ. कमलचन्द सोगाणी, अपभ्रंश साहित्य अकादमी, जयपुर 50. प्रौढ़ प्राकृत रचना सौरभ (भाग 1) - ले. डॉ. कमलचन्द सोगाणी, अपभ्रंश साहित्य अकादमी, जयपुर। 51. प्रौढ़ प्राकृत-अपभ्रंश रचना सौरभ - ले. डॉ. कमलचन्द सोगाणी, अपभ्रंश साहित्य अकादमी, जयपुर। 52. भगवती आराधना (भाग-1, 2) - र. आ. शिवार्य, सं. एवं अ. कैलाशचन्द्र शास्त्री, जैन संस्कृति संरक्षक संघ, शोलापुर । 53. मृच्छकटिकम् - र. शूद्रक, अ. डॉ. श्रीनिवास शास्त्री, साहित्य भण्डार, मेरठ।

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