Book Title: Prakrit Margopdeshika Author(s): Bechardas Doshi Publisher: Yashovijay Jain Granthmala View full book textPage 6
________________ ( ६ ) विषय. तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, संप्तमी, संबोधन, चालु शब्दो, धातुओ अने वाक्यो. सारांश ( पूर्वोक्त शब्दना वधां रूपो ) तथा सवाल. भूतकालना सघळा प्रत्ययो धातुओ, शब्दो अने वाक्यो. धातु, ऋकारान्त शब्दोनां रूपाख्यान अने वाक्यो. भविष्यकाल, क्रियातिपत्तिना सचळा प्रत्ययो धातुओ, शब्दो अने वाक्यो. धातुओ, शव्दो भने वाक्यो. सवालो. कर्मणि, भावे प्रयोग, अपवादि धातुओ, शब्दो अने वाक्यो. हेत्वर्थ कृदन्त, संबन्धक मूत कृदन्त, वर्तमान कृदन्त, कर्मणि भूत : कृदन्त, अनियमित कृदन्त, शब्दो, धातुओ अने वाक्यो... ८६.. सवालो. ९० प्रेरकभेद, तेने लगता सामान्य विशेष नियमो, धातुओ, शब्दो अने वाक्यो. ९१ : चालु - प्रेरक भेद, तेथी थता कृदन्तो, धातुओ, शब्दो अने वाक्यो.. ९६. १०० सवाल. केटलाएक कृदन्त तथा तद्धितना प्रत्ययो शब्दो धातुओ अने वाक्यो. नकारांत शब्दो, तेने, लगता प्रत्ययो अने तेनां रूपो, बीजा शब्दो, धातुओ अने वाक्यो. . • सवाल . सर्वादि शब्दो, बीजा: शब्दों, धातुओ, सर्वादिना त्रणे लिंगनां रूपो अते वाक्यो..... ..: ....... पानुं • ५८ ६३; ६५: .७०. ७३ ७८ · . ८१ : ८२ १०१ १०६ १११ . ११२Page Navigation
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