Book Title: Prakarana Ratnakar Part 2
Author(s): Bhimsinh Manek Shravak Mumbai
Publisher: Shravak Bhimsinh Manek

View full book text
Previous | Next

Page 13
________________ ॥ श्री ॥ प्रकरणरत्नाकर नामाख्य पुस्तकना बीजाभाग माहेला ग्रंथोनी स्थूल विषयानुक्रमणिका प्रारंभः ग्रंथोनुं नाम. १ श्री रत्नशेखरसूरिकृत श्रीकषन स्तुति गर्जित महिम्नस्तोत्र. २ श्री क्षमाकल्याणजीकृत विविधकाव्यचातुर्य युक्त चतुर्विंशतिजिनस्तुति ४ ३ श्री मुनिसुंदरसूरिकृत अध्यात्मकल्पद्रुमनामाग्रंथनी अनुक्रमणिका. ए अधिकार. १ साम्योपदेशाख्यः प्रथमोधिकार. २ स्त्री ममत्वमोचनोनामद्वितीयोधिकार... ३ पुत्रममत्वमोचनाख्यस्तृतीयो धिकार ४ धनममत्व मोचनोनामचतुर्थीधिकार ५ देहममत्वमोचनाख्यः पंचमोधिकार ६ विषयावशतोपदेश नामाख्यः षष्टो धिकार ७ विषयकषायद्यवशताख्यः सप्तमोधिकार शास्त्रागुणाधिकारोऽष्टम तदंतरगत चतुर्गत्याश्रिताधिकार ९ चित्तदमनानिधानो नामनवमोधिकार १० वैराग्योपदेशाख्योदशमोधिकार ११ धर्मशुद्धि उपदेशाख्य एकादशोधिकार १२ देवगुरुधर्मशुद्धिनामारख्यो द्वादशोधिकार १३ यति शिक्षा निधानोनाम त्रयोदशोधिकार १४ मिथ्यात्वादिसंवरोपदेशाख्यश्चतुर्दशोधिकार १५ गुनप्रवृतिशिदोपदेशाख्यः पंचदशोधिकार १६ साम्य सर्वस्वनामा षोडशोधिकार . .. २ Jain Education International .. For Private & Personal Use Only पद्य ष्टष्ट. ३४. टष्ट. ४ G-- १९ २१ ܐܐ -6 २३ -- २५ - २७ २१-- ३० १६-- ३६ १७-- ४१ २६-- ४६ १४-- ५६ १७-- ६० ५--- ६६ २२-- ८२ १०- ‍ G-- ए३ www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 ... 364