Book Title: Prachin Jain Grantho me Karmsiddhant ka Vikaskram
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Z_Shwetambar_Sthanakvasi_Jain_Sabha_Hirak_Jayanti_Granth_012052.pdf

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Page 13
________________ डॉ. अशोक कुमार सिंह 66. वही, 67. वही, 4/290 68. वही, 2/393 69. वही, 2/394 70. वही, 4/92-94 71. वही, 5/109 72. वही, 3/1/17-18 73. वही, 4/628-31 74. वही, 6/116-118 75. वही, 6/119-123 76. गोम्मटसार (जीवकाण्ड) 5/7 की टीका 77. स्थानांग, 78. वही, 2/75 व 6/43 79. वही, 80. वही, 4/4/581 81. वही, 2/1/4 82. वही, 4/658 83. वही, 83/4/527 84. वही, 4/1/142 85. वही, 4/1/144 86. सं. मधुकर मुनि- समवायांग - आगम प्रकाशन समिति, व्यावर, 1982, 2/9 87. वही, 52/284 88. वही, 21/145 89. वही, 26/175 90. वही, 27/180 91. वही, 28/187 92. वही, 14/95 93. वही, 17/122 94. वही, 25/169 95. वही, 28/184 96. वही, 29/193 97. वही, 39/238, 52/286, 55/297, 58/303 आदि 98. वही, 30/196 99. . उत्तराध्ययन, व्यावर, 31/19 100. सं. मधुकर मुनि आवश्यकसूत्र - आगम प्रकाशन समिति, व्यावर, 1985, अध्याय 4. 101. दशाश्रुतस्कन्ध - अनु. आत्माराम, जैनशास्त्रमाला कार्यालय, लाहौर, अध्याय 9, 1936 102. समवायांग - मधुकरमुनि - भूमिका, 34 प्रवक्ता, पार्श्वनाथ शोधपीठ, वाराणसी-5. 113 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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