Book Title: Prachin Jain Grantho me Karmsiddhant ka Vikaskram
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Z_Shwetambar_Sthanakvasi_Jain_Sabha_Hirak_Jayanti_Granth_012052.pdf
View full book text ________________
डॉ. अशोक कुमार सिंह
29a. वही, द्वितीय भुतस्कन्ध, २ अध्ययन
30. वही, 2/1/6
31. वही, 5/1/8
32. वही, 2/1/15
33. असेसकम्मं विसोहइत्ता अणुत्तरणं परमसिद्धिं, 6 / 18, वही ।
34. सं. महोपाध्याय विनयसागर ऋषिभाषित प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर, 1988, 4/7
35. दही, 4 / 12,13
36., 4/11, 12, 13 a 9/2-3-4
37. वही, 4 / 12, 13
38. वही, 9/7
39. वही, क्रमशः 38 / 8, 9, 9/5, 9/7, 31/9
40. वही, 9/9
41. वही, 9/2-3 42. गच्छंति कम्मेहिं
से सकम्मसित्ते, वही, 2-3, 4/12-13
43. उत्तराध्ययन, सं. मधुकर मुनि आगम प्रकाशन समिति, व्यावर, 1984, 13/23-24
44. वहीं, 4/3
45. वही, 25/41-43
46. वही, 4/3 व 3/10-11
47. वही, क्रमशः 29 / 31, 17, 9, 22, 3/11, 10/3, 79 व 18/49
48. वही, 33/1-18
48a. उत्तराध्ययन, व्यावर
49. वही, 33/1-16
50. वही, 33/17
51. वही, 33/18
--
56. वही, 5/2/9
57. वही, 9/14
58. वही, 9/69
59. वही, 4/4/579
52. वही, 25/43
53. सं. मधुकर मुनि स्थानांगसूत्र आगम प्रकाशन समिति, व्यावर, 1981, 2/2/77
54. वही, 2/4/424-431
55. वही, 2/4/431
60. वही, 4/4/582
61. वही 33/15
-
1
Jain Education International
64. वही, 4/602-603 65. वही, 2/1/4
-
-
62. स्थानांगसूत्र, व्यावर, 2 / 3 / 265
63. वही 4/250
112
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org/
Loading... Page Navigation 1 ... 10 11 12 13