Book Title: Prabhu Veer Ki Shraman Parmpara
Author(s): Bhushan Shah
Publisher: Mission Jainatva Jagaran

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Page 35
________________ = प्रभुवीर की श्रमण परंपरा विशेष जिज्ञासुओं को नीचे दिये गये ग्रंथों का अवलोकन करने की विनंति है: आधार ग्रंथ सूचि 1. श्री तपागच्छ पट्टावली- पू.महोपाध्याय श्री धर्मसागरजी म.सा. 2. श्री तपागच्छ श्रमण वंश-वृक्ष-पू.मुनिराज श्री दर्शनविजयजी (त्रिपुटी) 3. पट्टावली पराग - पू. पं. श्री कल्याण विजयजी गणि 4. सर्व सिद्धान्त स्तवः (सावचूरि) पू.आ. श्री जिनप्रभसूरि विरचित। 5. वाचक यश वाणी- श्री सीमंधर स्वामी का 350 गाथा का स्तवन, ढाल 16 ___- पू. उपाध्याय श्री यशोविजयजी म.सा. 6. जैन परंपरानो इतिहास, लेखक- श्री त्रिपुटी महाराज (दर्शनविजयजी, ज्ञानविजयजी, न्यायविजयजी म.सा.) 7. श्री तपागच्छ नो इतिहास-पू. पं. कल्याण वि. म.सा. 8. प्रवचन परीक्षा- पू. महोपाध्याय धर्मसागरजी म.सा. 9. शतपदी ग्रंथ - पू.आ. महेन्द्रसूरिजी म.सा. 10. निबन्ध निचय - पू. पं. श्री कल्याणविजयजी गणि 11.अंचलगच्छ मोटी पट्टावली 12.तपागच्छ का इतिहास भा. 1, खंड 1 - डॉ. शिवप्रसाद 13.महावीर पाट परंपरा - पू. चिदानंदविजयजी म.सा. Rela 35

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