Book Title: Prabhavaka Charita
Author(s): Prabhachandracharya, Jinvijay
Publisher: ZZZ Unknown
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विशेषनाम्नामकाराद्यनुक्रमणिका ।
२२३
पल्लीवन
१६२
८०
१०८
१५४
१८४
१७१
पलित्त (पादलित्त) [ सूरि ] २९ प्राग्वाटवंश
१७१ भीमेश्वर [महादेव]
१२६ २०७ फल्गुरक्षित [सूरि ] ९,१९-१३,१६,१७ | भीष्म
१८८ पल्लीवास १६७ फुल्ल श्रेष्ठी
२८,२९ भुवन [मुनि] पल्यपद्रपुर [ग्राम] १६४ बकुलसिंह [आरामिक]
भुवनपाल [राजा] पाञ्चाल [कवि] बङ्ग [ देश]
भूषण मुनि
४२,४३ पाटलपुर [ग्राम] ८० बप क्षत्रिय]
भृगु [ऋषि]
४१ पाटलिपुर,-पुत्र, नगर ६,९,१२,२९,३४, बप्पभट्टि सरि
२,८०-१११ भृगुकच्छ [ नगर] २५,३३-३८,४२, ३६,१०९ बलभान | नृपति]
२५ ५४,६०,७७,७८,१४६,१७१,२०७ पाणिनि [व्याकरणग्रन्थ] १.५ बलमित्र [नृपति] २५,३३,३८,३९,६० भृगुक्षेत्र पाणिनि [ग्रन्थकार] १८० बाण [कवि]
११३-११६ भृगुपुर[स्थान] २५,३५,४१,४२,४३,१७१ पादलित-आचार्य, सूरि २,१८,२९,३१, बुद्धानन्द [ बौद्ध पण्डित] १८,१९ भोगवती [ वेश्या ] ३२,३६-४०,४४,५४,६१,६५ बुद्धिसागर सूरि १६२,१६३,१६६ भोज [नृपति]
१०७ पादलिप्तपुर
३८ बूटसरस्वती [आचार्य] १५५-१५८ भोजराज [धारापति ] १०९,११०,१२१, पादलिप्त भाषा ३६ बृहस्पति [ पण्डित ] .
१३४,१३८-१४३,१४५,१४६, पारसीक [देश] १८६ बोसरि [द्विज]
१९९
१४८,१४९,१५२-१५५, पार्श्वचन्द्र [ विद्वान् ] १७२ बौद्ध
७,८८
१५७-१६१ पाहिनी [श्राविका ] १८३,१८४ बौद्धपुर
१२८ भोजपर्षद
१५९ पांशुपुर [नगर]
बौद्ध विहार १२९ भोज व्याकरण
१८५ पिण्डतारक [ग्राम ]
बौद्धशासन
७ भोजसभा पिप्पलवाटक , १८१ ब्रह्मक्षत्रिय [जाति] ११२ भोपलदेवी [राज्ञी]
१९७ पिप्पलानक [ग्राम]
ब्रह्मशान्ति [यक्ष] ११९ मगटोडा [ तीर्थ ]
१०८ पुण्डरीक [गिरि] १०७,१९८ ब्राह्मीदेश
मड्डाहृत नगर पुष्करिणी [नगरी] १७२ भक्तामरस्तव
११६,११७ मण्डनगणि पुष्यमित्र [सूरि] १५,१६,१८ भट्टि [क्षत्रियपत्नी ]
मध्यदेशीय
१३८,१६१ पूर्णचन्द्र [श्रोष्ठिपुत्र] १७१,१७२ भट्टिअमंडल [देश]
१४७ मनु [शास्त्रकार ]
२०३ पूर्णचन्द्र सूरि
२१४ भद्रकीर्ति [ बप्पभट्टि] ८०,८१,११०, मथुरापुरी १६,१७,२८,२९,३१, प्रजापति [नृपति] ३२
१११
१०२,१०७,१२८ प्रतिमा [श्रेष्ठिपत्नी]
भद्रगुप्ताचार्य
६,११ मयणल्ला [राज्ञी]
१७९ प्रतिष्ठानपुर, नगर २५,३८,४९,६० भद्रेश्वर सूरि
१८१
मयूर पण्डित [कवि] ११३-११५,१७९ प्रद्युम्नसूरि २,८,१८,२१,२७,४०,४६, भंभेरी [नगरी]
२०७ मरुमण्डल
१४८ ५३,६१,७६,७९,१११,११७,१२०, भयहरस्तव
११७ मल्लवादी [ सूरि, आचार्य] २,४४,७७१२६,१३२,१३७,१५१,१६०,१६६, भरतक्षेत्र
१७.४२ १७०,१८२,१८३,२१२,२१३,२१६ भरतेश्वर सूरि
मल्लिकार्जुन [ राजा]
२०७ प्रद्योतराज [नृपति] २१० भागवत दर्शनी १८९ महर्षि [ब्राह्मणविद्वान् ]
१७९ प्रद्योतन सूरि
२१८ भांडशालिक [गोत्र]
महाकाल [शम्भु] प्रभाचन्द्र सूरि ८,१८,२१,२७,४०,४६, भानुमित्र [राजा]
महाकाल [शिवभक्त] १४१,१४३,१४६ ५३,६१,७६,७९,१११,११७,१२०, भानुमुनि
४२,४३ महाकीर्त्ति [ दिगम्बरमुनि ] ११२ १२६,१३२,१३७,१५१,१६०,१६६, भानुश्री [राजकुमारी]
महाधर [श्रेष्ठी]
१६४ १७०,१८२,१८३,२१२,२१५ भाभु [श्रेष्ठी]
१७९
महानिशीथ [ शास्त्र] प्रभावती [राज्ञी] २१० भारत [पुराणग्रन्थ]
महापरिज्ञाध्ययन [ शास्त्र] प्रमाणमीमांसा [ग्रन्थ] २११ भावाचार्य
महापुरी [नगरी] प्रवरपुर [नगर] ११५,१८५ भीम [श्रेष्टिपुत्र ]
१३३ महाबोध [पुर] १२४,१२९,१८६ प्रश्नचूडामाणि [ग्रन्थ] १०५,१०७ भीम [चौलुक्य नृपति ] ३१,१३३,१३४, महाभारत [ पुराणशास्त्र] १८८ प्रश्नप्रकाश [प्रन्थ] १५२-१५४,१५९,१६०,१६४ महाराष्ट्र [ देश ]
१८६ प्र०२९
२८
१२९
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