Book Title: Pannavana Sutra
Author(s): Shyamacharya, 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 7
________________ लाख फासाला करकडफासपरिमता शिमग्या सपरिणता विमिन सफासय रिगतादिगरुयफासपरि रागता शिलयका सपरिज्ञाता विमानास परिणानाविश्वसिया फोसरियाता व विकास परिणामादि रक फासपरिaam परिमंडलस वा एरियाता दिवसथा परिपतावत्तिस से वाया एरियाता faraj सेवा एतावायत्संगल रिमतधनशिगंध रिशतावान का लवमा परिणता शिपालमा रिता विद्याला दिनरमपरिणात विदा लिहणायरियाना विड किलवमपरिनाशिरसगतिवर सपरिणा ताविक टारसय रिता वि) कसायरस परिया तावि बिल रसपरिपाताविमॐयरसपरि एता विकास करकड फास एरियाता मिनथ फासपरिणतादिगरुयफासपनाविलासपरिशाता शिसातहास परियाता विनसिएफा सप शिणता विपासना विश्वरकफासपरियता विवरमंडलसेवा रिसाला शि वह संवा तं शिखाता विचिचरसस गरिया तोशियत से वाण परिणता विशाकरस तिवर सपरिणत कालवण शिशाता विशालन परिशाना दिला दिया परियाता विदा लिया। रिशता विक्किलवा परि & Personal Und C

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