Book Title: Panchashak Prakaran me Pratipadit Jain Achar aur Vidhi Vidhan
Author(s): Kanakprabhashreeji
Publisher: Kanakprabhashreeji

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Page 681
________________ राजनगर श्री जैन ग्रन्थ प्रकाशक सभा सन् 1939 58 लोकतत्त्व निर्णय हरिभद्रसूरि 59 सावय पण्णति हरिभद्रसूरि, सं. पं. बालचन्द्र शास्त्री 60 श्रावक धर्मविधि प्रकरण : म. विनयसागर भारतीय ज्ञानपीठ, दिल्ली सन् 1944 सन् 2001 प्राकृत भारती अकादमी जयपुर, पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी 61 हरिभद्र का समय निर्णय ले.मुनि श्री जिनविजयजी सं. डॉ. सागरमल जैन पार्श्वनाथ विद्याशोध संस्थान, वाराणसी राजस्थान प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान जोधपुर सन् 1963 पंडित सुखलाल संघवी हरिगोविन्ददास आ. कुन्दकुन्द भारतीय वर्षीय अनेकान्त विद्वत परिषद सन् 1995 62 समदर्शी आचार्य हरिभद्र 63 हरिभद्र सूरि चरित् 64 अष्ट पाहुड 65 सागर धर्मामृत 66 चारित्रसार 67 पुरूषार्थ सिद्धयुपाय पं. आशाधर वि.सं. 2482 चामुण्डाचार्य सरस जैन ग्रन्थ भण्डार, जबलपुर दि. जैन ग्रन्थमाला, मुम्बई भारतीय वर्षीय अनेकान्त विद्वत परिषद सन् 1977 अमृत चन्द्राचार्य टीका पं. मक्खनलाल शास्त्री सन् 1995 68 रत्नकरण्डक श्रावकाचार स्वामी समंतभद्र पं. सदासुख ग्रन्थमाला पुरानीमंडी अजमेर सन् 1996 69 मूलाचारवृत्ति आ. वट्टकेर भारतीय ज्ञानपीठ, दिल्ली वि.सं. 2000 70 भगवती आराधना (विजयाटीका शिवार्थ) स. शास्त्री कैलाशचन्द्र जैन संस्कृति रक्षण संघ शोलापुर वि.सं. 2035 71 श्रावकाचार आ. अमितगति, सं.पं. हीरालालजी शास्त्री श्रतु भण्डार और ग्रन्थ प्रकाशन समिति, फलटन 72 श्रावकाचार संग्रह भाग (1,2) पं. हीरालालजी जी शास्त्री जिनवाणी जीर्णोद्धारक संस्था सन् 1976 73 कार्तिकेयानुप्रेक्षा स्वामी कार्तिकेय श्री दि. जैन स्वाध्याय मन्दिर ट्रस्ट, सन् 1964 सोनगढ़ (सौराष्ट्र) 74 उपासकाध्ययन आ. सोमदेवसूरि, सं.कैलाशचन्द्र शास्त्री भारतीय ज्ञानपीठ वाराणसी वि.सं. 2021 75 संयुत्त निकाय जगदीश कश्यप महाबोधि सभा सारनाथ सन् 1954 76 श्रावकाचार आ. वसूनन्दी भारतीय ज्ञानपीठ काशी वि.सं. 2009 77 सर्वार्थसिद्धि पूज्यपाद सन् 1972 657 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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