Book Title: Padmasagarsuriji Ek Parichay
Author(s): Vimalsagar
Publisher: Ashtmangal Foundation

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Page 18
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ग्वालियर इत्यादि नगरों के अनेक ऐतिहासिक स्थलों, आश्रमों, धार्मिक - आध्यात्मिक संस्थानों को निकट से देखा - परखा जीवन - शिल्पी की खोज परिभ्रमण के दौरान प्रेमचन्द पालीताणा महातीर्थ के यात्रार्थ अहमदाबाद भी आए. यहाँ आप अपने शिवपुरी के अध्ययन - काल के एक सहपाठी मित्र के घर मेहमान बनें. बाद में उन्हीं के साथ पालीताणा महातीर्थ की यात्रा कर आपने जीवन को धन्यता प्रदान की. पालीताणा से अहमदाबाद लौट आने के बाद अपने उक्त मित्र के साथ ही प्रेमचन्द निकटवर्ती ग्राम साणंद में बिराजित परम श्रद्धेय, शासन - प्रभावक, सिद्धान्त - वेत्ता, युगदृष्टा, महान संयमी, अजात - शत्रु आचार्य देव श्रीमत् कैलाससागरसूरीश्वरजी महाराज साहेब के दर्शनार्थ रवाना हुए. प्रेमचन्द के जीवन - इतिहास में यह दिन स्वर्णिम अध्याय के रूप में अंकित हुआ. आचार्यश्री के दर्शन कर प्रेमचन्द आनन्द -विभोर हो उठे. आचार्यश्री को पाकर जीवन में पहली बार आपको अपनी जिज्ञासाओं और समस्याओं का सम्यक् समाधान मिला. आचार्यश्री की दिव्यवाणी ने प्रेमचन्द की मनोभूमि पर वैराग्य का सिंचन किया. नयनों ने देखा, कानों ने सुना और अन्तर हृदय ने स्वीकार कर लिया. आचार्यश्री का परम सान्निध्य और वात्सल्यपूर्ण मार्गदर्शन आपके यात्रा १७ For Private And Personal Use Only

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