Book Title: Padmacharitam Part 02 Author(s): Ravishenacharya, Darbarilal Nyayatirth Publisher: Manikchand Digambar Jain Granthamala Samiti View full book textPage 7
________________ (६) १७४ १८६ २०५ २०९ २२२ अष्टत्रिंशत्तमं पर्व-जितपद्मोपाख्यानं ... एकोनचत्वारिंशत्तमं पर्व-देशकुलभूषणोपाख्यानं चत्वारिंशत्तमं पर्व-रामगिर्युपाख्यानं ... एकचत्वारिंशत्तमं पर्व-जटायुरुपाख्यानं द्वाचत्वारिंशत्तमं पर्व-दंडकारण्यनिवासाभिधानं त्रिचत्वारिंशत्तमं पर्व-शंबूकवधाख्यानं ... चतुश्चत्वारिंशत्तमं पर्व-सीताहरणरामविलापाभिधानं पश्चचत्वारिंशत्तमं पर्व-सीतावियोगदाहाभिधानं षट्चत्वारिंशत्तमं पर्व-मायाप्रसाराभिधानं सप्तचत्वारिंशत्तमं पर्व-विटसुग्रीववधाख्यानं अष्टचत्वारिंशत्तम पर्व-कोटिशिलाक्षेपणाभिधान। एकोनपञ्चाशत्तमं पर्व-हनूमत्प्रस्थानं ... पंचाशत्तमं पर्व-महेन्द्रदुहितासमागमाभिधानं एकपंचाशत्तमं पर्व-गन्धर्वकन्यालाभाभिधानं द्विपंचाशत्तमं पर्व-हनूमल्लंकासुन्दरीकन्यालाभाभिधानं ... :: :: :: :: :: :: :: : : :: :: :: :: :: :: : २३४ २४४ २५६ २८३ २९५ ३१५ ३२४ ३२९ ३३३ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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