Book Title: Nayadhamma Kahao
Author(s): N V Vaidya
Publisher: N V Vaidya
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[I.13
नायाधम्मकहाओ . [1.13अब्भुढेइ २ त्ता जेणेव धारिणी देवी तेणेव उवागच्छइ २ त्ता धारिणं देविं एवं वयासी-एवं खलु देवाणुप्पिए सुमिणसत्थंसि बायालीसं सुमिणा जाव एगं महासुमिणं जाव भुज्जो २ अणुवृहेइ । तए णं सा धारिणीदेवी सेणियस्स रन्नो अंतिए एयमढे सोचा निसम्म हट्ट जाव हियया तं सुमिणं सम्म पडिच्छइ २ जेणेव सए वासघरे तेणेव उवागच्छइ २ ण्हाया कयबलिकम्मा जाव विपुलाइं जाव विहरइ। ___(13) तए णं तीसे धारिणीए देवीए दोसु मासेसु वीईक्वतसे तैइए मासे वट्टमाणे तस्स गब्भस्स दोहेलकालसमयसि अयमेयारूवे अकालमेहेसु दोहले पाउन्भवित्था - धन्नाओ णं ताओ अम्मयाओ सपुण्णाओ ताओ अम्मयाओ कयत्थाओ कयपुण्णाओ कयलक्खणाओ कयविहवाओ सुलद्धे णं तासिं माणुस्सए जम्मजीवियफले जाओ णं मेहेहुँ अब्भुंग्गएसु अब्भुज्जएसु अब्भुन्नएसु अब्भुट्ठिएसु सगज्जिएसु सविज्जुएसु सफुसिएसु सथणिएसु धंतधोयरुप्पपट्टअंकसंखचंदकुंदसालिपिट्ठरासिसमप्पभेसु चिकुरहरियालभेयचंपगसणकोरंटसरिसवपउँमरयसमप्पभेसु लक्खारससरसरत्तकिंसुयजासुमणरत्तबंधुजीवगजाइहिंगुलयसरसकुंकुमउरब्भससरुहिरइंदगोवगसमप्पभेसु बरहिणनीलगुलियासँगचासपिच्छभिंगपत्तसासँगनीलुप्पलनियरनवसिरीसकुसुमनवसद्दलसमप्पभेसु जच्चजणभिंगभेयरिट्ठगभमरावलिगवलगुलियकज्जलसमप्पभेसु फुरंतविज्जुयसगज्जिएसु वायवसविपुलगंगणचवलपरिसकिरेसु निम्मलवरवारिधारापयलियपयंडमारुयसमाहयसमोत्थरंतउँवरिउवरितुरियवासं पवासिएसु धारापहकरनिवायनिव्वावियं मेइणितले हरियगगणकंचुए पल्लविय पायवगणेसु वैल्लिवियाणेसु पसरिएसु उन्नएसु सोहग्गमुवागएसु वेभारगिरिप्पैवायतडकडंगविमुक्केसु उज्झरेसु तुरियपहावियपल्लोट्टफेणाउलं सकलुसं जलं वहंतीसु गिरिनईसु सज्जज्जुणनीवैकुडयकंदलसिलिंधकलिएसु उववणेसु मेहरसियहतुट्ठचिट्ठियहरिसवसपमुक्तकंठकेकारवं मुयतेसु बरहिणेसु उउवसमयजणियतरुणसहयरिपणच्चिएसु नवसुरभिसिलिंधकुडयकंदलकलंबगंधद्धणिं मुयंतेसु उववणेसु परहुयरुयििभय

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