Book Title: Navtattva Sahitya ane Ek Aprakat Chaupai
Author(s): Suyashchandravijay, Sujaschandravijay
Publisher: ZZ_Anusandhan

View full book text
Previous | Next

Page 18
________________ १२८ नवतत्त्व टबार्थ or rm 39 No. 2 टबार्थ साहित्य मानविजय १७७३ श्रीवीरजिनं नत्वा... जिनहंस १७८४ जिनराजसूरि | जिनहंससूरि १७मी सदी शिवनिधान उ. हर्षसार उपा. खरतर " जेह नमुंजे माहिलो.... जिनरङ्गसूरि | जिनराजसूरि | खरतर | १८मी सदी लालचंद अरिहंतादिक पंच... रङ्गविजय मेरुविमल जीवनुं स्वरूप ते... उत्तमविजय नित्यविजय जयति श्रीमहावीर... हितरुचि जीवतत्व अजीवतत्त्व... श्रावक दलपतराम पार्श्वचन्द्र साधुरत्नसूरि | सौधर्मगच्छ १६मी सदी | साचउ वस्तुनउ स्वरूप... रूपचंद वीतरागं नमस्कृत्य.... लालकुशल श्रीगुरूणां प्रसादेन... पद्महर्ष श्रीपार्श्वदेवं... अनुसन्धान-५८

Loading...

Page Navigation
1 ... 16 17 18 19 20 21