Book Title: Navsuttani
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

View full book text
Previous | Next

Page 1308
________________ सौमणस्सिय-स्पर्द्ध सोमणस्सिय (सौमनस्थित) प० ५,६,१०,१५,३८ सोवच्चल (सौवर्चल) द० ३८ सोमदत्त (सोमदत्त) अ० २५२. ५० १८६ सोवण्णिय (सौणिक) अ० ४०८ सोमभूइय (सोमभूतिक) प० १६७ सोवत्थिय (सौवस्तिक) नं. १०२. दसा० १०।१४ सोमया (सोमता) उ० २०१६ सोवयार (सोपचार) अ० ३०७।९ सोमलेस (सोमलेश) प० ७८ सोवाग (श्वपाक) उ० १३१६,१८,१६ सोमा (सोमा) ५० ५६ सोवागकुल (श्वपाककुल) उ० १२११ सोमाकार (सौम्याकार) प० ६,३८,४७ सोवागपुत्त (श्वपाकपुत्र) उ०१२।३७ सोम्म (सौम्य) प० २३,२६,३१ सोवीर (सौवीर) उ०१५।१३,१८१४७. प०२४७. नि० ७.१३३ सोम्माकार (सौम्याकार) प०. २३ सोवीरयवियडकुंभ (सौवीरकविकटकुम्भ) सोय (शुच्)-सोयई उ० ५।१४.-सोएज्जा क०२।४ द०५।१०६. सोयंति उ० २३॥८४. सोवीरा (सौवीरा) अ० ३०५ -सोयति दसा०६३ सोसण (शोषण) उ० ३०१५ सोय (बोत्र) उ० १०१२१; १६३५३२॥३५,३६. सोसयंत (शोषयत्) प० २६ दसा० ।।२ सोह (शुभ)- सोहइ अ० ३१८.-सोहई सोय (शौच) उ० १३६ . द०६।१५.-सोहए उ० २२।१०.-सोहंति सोय (शोक) उ० १४।१०; २०१५०. नि० ८।११ उ०२३।१८ सोय (स्रोतस) द० २०. उ० १६३६. सोह (शोधय)- सोहेज्ज उ० २४।१२ क० ५।१४. व०६८,९. नि. १६६।१०% सोह (शोभ) प० २७,२६,३१,४२ ७१८४ सोहइत्ता (शोधयित्वा) उ० २६।१ सोयणवत्तिया (स्वप्नप्रत्यया) आ० ४१५ सोहंत (शोभमान) दसा० १०।१२. प० २२ सोयरिय (सोवयं) उ० १४१३३ सोहग्ग (सौभाग्य) उ० २६११. दसा० १०.१६ सोयरिय (शोकरिक) अ० ३०२१६ सोहण (शोभन) उ० १६७. प०६२,६३,१६३ सोयामणि (सौदामिनी) उ० २२।७ सोहम्म (सौधर्म) उ० ३६।२१०,२२२. अ० १८६, १६०,२८७.५० ८,१५ सोरट्ठय (सौराष्ट्रज) अ० ३३३ सोहम्मकप्पवासि (सौधर्मकल्पवासिन) प०६ सोरट्ठिया (सौराष्ट्रिका) द० ५॥३४. ५० २०१ सोहम्मय (सौधर्मज) अ० २५४ सोरियपुर (सोरियपुर) उ० २२।१,३. प० १२७ सोहम्मवडेंसय (सौधर्मावतंसक) प०८,१५ सोलस (षोडश) आ० ४।८. उ० ६।४४. सोहि (शोधि) द० ५।१५०. उ० २२६; ३७, नं० १११. अ० ३८४. प० ११५. व० ८।१७।। १२,१२।३८; २६२ सोलसम (षोडश) व. १४०,४१ सोहिय (शोभित) उ०१६।१२२।११ सोलसवासपरियाय (षोडशवर्षपर्याय) व० १०॥३५ सोहिय (शोधित) व०६।३५ से ३८,४०,४१; सोलसविह (षोडशविध) उ० ३३।११ १०॥३,५. दसा० ७२५,३५. प० २३ सोलसिया (षोडशिका) अ० ३७६,६१४ स्तन ( ) अ० ३५१ सोल्लग (शूल्यक) उ० १९५६ स्तनोदरम् ( ) अ० ३५१ सोवक्केस (सोपक्लेश) दचू० १ ० १ स्त्री ( ) अ० २४६ सोचिय (सोपचित) दसा १०॥३३. ५० ८१ स्पर्द्ध ( ) अ० ३६७ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 1306 1307 1308 1309 1310 1311 1312 1313 1314 1315 1316